लखनऊ (ब्यूरो)। शहर की यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में अपडेटेड कोर्स, बेसिक इंफ्रास्ट्रचर को बढ़ावा देने की कवायद चल रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अब शहर के कॉलेज अपनी लाइब्रेरी को डिजिटली अपग्रेड करने का काम कर रहे हैं। एक तरफ लखनऊ यूनिवर्सिटी की टैगोर लाइब्रेरी को डिजिटल किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ शहर के केकेसी कॉलेज भी अपनी लाइब्रेरी को डिजिटल करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।

एलयू की सभी विभागीय लाइब्रेरी को जोड़ा जा रहा

लखनऊ यूनिवर्सिटी स्थित टैगोर लाइब्रेरी से एलयू के सभी विभागों की लाइब्रेरी को जोड़ने की कवायद चल रही है। एलयू के प्रवक्ता प्रो। दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि टैगोर लाइब्रेरी का डिजिटाइजेशन व डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है, ताकि छात्रों को भटकना न पड़े। उन्हें सभी किताबें एक ही जगह उपलब्ध हो सकेंगी। इसके अलावा टैगोर लाइब्रेरी का यूनियन कैटेलॉग भी तैयार हो रहा है, जिससे सभी किताबों की जानकारी लाइब्रेरी मे उपलब्ध रहेगी। किताबों पर आरएफआईडी टैग लगाया गया है। इसके अलावा टैगोर लाइब्रेरी को पब्लिक लाइब्रेरी के रूप मे विकसित करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके तहत सॉफ्टवेयर तैयार कर ऐसी व्यवस्था तैयार करने की तैयारी है जिससे लोग अपनी जरूरत के हिसाब से किताबों से जुड़ी जानकारी ले सकेंगे। साथ ही लाइब्रेरी का विस्तृत डेटा भी वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

बहुत रिच है कंटेंट

टैगोर लाइब्रेरी में पांच लाख से अधिक किताबें हैं और ई-लाइब्रेरी में 9 हजार 273 से अधिक ऑनलाइन पुस्तकें हैं।

केकेसी कॉलेज बना रहा प्रस्ताव

जय नारायण मिश्रा पीजी कॉलेज (केकेसी) ने भी अपनी लाइब्रेरी को डिजिटल करने का फैसला लिया है। इसके लिए प्राचार्य ने सभी से प्रस्ताव मांगा है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि लाइब्रेरी को डिजिटल करने से स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक ऑनलाइन किताबें पढ़ने का मौका मिलेगा। स्टूडेंट्स को किताबों के ई-रिसोर्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कॉलेज की लाइब्रेरी को एलयू की टैगोर लाइब्रेरी से जोड़ने की योजना है। इससे कॉलेज के पीजी व रिसर्च स्कॉलर को अधिक मात्रा में क्वालिटी रिसर्च मैटेरियल की सुविधा मिलेगी।

यह सुविधा देने की योजना

केकेसी अपनी लाइब्रेरी को अपग्रेड करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए कंप्यूटर वर्क स्टेशन, वाई-फाई की सुविधा देने की तैयारी है। 40 से अधिक कंप्यूटर्स का वर्क स्टेशन बनाने की तैयारी है। फिलहाल लाइब्रेरी में 60 हजार से ज्यादा किताबें हैं।

एकेटीयू की अपग्रेडेड लाइब्रेरी से स्टूडेंट्स को फायदा

एकेटीयू के प्रवक्ता डॉ। पवन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विवि की लाइब्रेरी में 10 हजार से अधिक किताबें हैं। 38 हजार ई-पुस्तकें और 2500 से ज्यादा प्रकाशकों की ई-पत्रिकाएं हैं। विवि में आरएफआईडी की सुविधा दी गई है। इसके जरिए स्टूडेंट्स 24 घंटे पुस्तकें जारी व जमा करा सकते हैं।