- परिजनों ने एसीपी महानगर कार्यालय के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: महानगर में सूदखोरी के जाल में फंसे फल विक्रेता युवक ने सुसाइड नोट लिखने के बाद जहर खाकर जान दे दी। इससे नाराज परिजनों ने शुक्रवार को महानगर एसीपी ऑफिस के सामने शव रखकर रोड जाम कर दी। करीब डेढ़ घंटे चले प्रदर्शन से निशातगंज रोड पर लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।

प्रदर्शन के दौरान लगा लंबा जाम

निशातगंज पांचवी गली निवासी फल विक्रेता प्रिंस (20) की शुक्रवार को जहर खाने से मौत हो गई। परिजनों ने पास वाली एक महिला पर उधार पैसा देने और उसके बाद ब्लैक मेल करने का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। मांग पूरी न होते देख परिजनों ने क्षेत्रीय लोगों के साथ प्रिंस का शव एसीपी महानगर के ऑफिस के सामने रख नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते रोड पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपित महिला समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुए। महानगर इंस्पेक्टर के मुताबिक मृतक प्रिंस ने गुरुवार को जहर खाया था। शुक्रवार को उसकी मौत हो गई।

झूठे केस में फंसाने की मिल रही थी धमकी

परिजनों का आरोप है कि उसने पास में रहने वाली सिमरन सोनकर से 30 हजार रुपये उधार लिए थे। वह पैसे लेने के बाद भी प्रिंस को और पैसे के लिए ब्लैक मेल कर रही थी। उसके इंकार करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती। इसी के चलते उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। मां ज्योति सोनकर की तहरीर पर आरोपी सिमरन सोनकर, राजबाबू सोनकर, दीपक कश्यप व रवि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। परिजनों ने जिस सुसाइड नोट को आधार बनाकर लेनदेन का आरोप लगाया है, उसकी भी जांच की जा रही है।