- दुकानों पर काफी कम संख्या में आ रहे हैं खरीदार

LUCKNOW:

कोरोना महामारी के कारण बीते साल की तरह इस बार भी सेवई व्यापारियों को तगड़ा झटका लगा है। काफी कम संख्या में लोग खरीदारी करने आ रहे हैं। वहीं नए कपड़े खरीदने वालों की संख्या में काफी कम है। बाजार बंद हैं और कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।

बाजारों में सन्नाटा

लॉकडाउन की वजह से सभी बाजार बंद हैं केवल जरूरी सामानों की दुकानें ही खुली हैं। बाजारों में पूरी तरह सन्नाटा छाया है। इसका असर सेवई के धंधे पर भी पड़ा है। चौक में सेवई कारोबारी मो.् सलमान ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद से लोग आ ही नहीं नहीं रहे हैं। फोन पर ही कुछ ऑर्डर आ रहे हैं। इस बार फेनी तो आई ही नहीं है। वहीं यहियागंज में सेवई विक्रेता उस्मान ने बताया कि कोरोना से बहुत नुकसान हो गया है। काफी कम सेवई बनाई है, वो भी नहीं बिक रही है। लोग पैकेट वाली सेवई ही खरीद रहे हैं।

कपड़ा मार्केट भी बेपटरी

लॉकडाउन के कारण कपड़ा बाजार भी पूरी तरह बेपटरी हो गया है। कपड़ा मार्केट को करीब 50 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। सहालग का सीजन भी सूना चला गया है। चौक में कपड़ा कोरोबारी विकास सिंह ने बताया कि ईद पर हम दो से तीन लाख रुपए कमा लेते थे लेकिन इस बार तो मार्केट ही बंद है। वहीं अमीनाबाद में फुटकर कपड़ा कारोबारी नवाब हैदर ने बताया कि ईद पर अच्छी खासी कमाई होती थी। इसबार सब खराब हो गया। हम लोगों की रकम फंस गई है।

टोपी व खजूर की भी किल्लत

रमजान में खजूर और ईद में टोपी का बड़ा महत्व है लेकिन लॉकडाउन के कारण दोनों का बाजार बेहद ही ठंडा है.् जहां मदीना टोपी, मखमली टोपी, गोल टोपी, जालीदार टोपी, अजमेरी टोपी जैसी सैकड़ों वैराइटी की टोपियों की दुकानें गुलजार रहती थीं लेकिन इसबार इनकी डिमांड ही नहीं है। नक्खास में टोपी विक्रेता अरबाज खान ने बताया कि हालात को देखते हुए उन्होंने कम सामान मंगाया था लेकिन लॉकडाउन के कारण वह भी बिक नहीं सकता है। वहीं चौक के खजूर कारोबारी मो। हैदर ने बताया कि अबकी सिर्फ ईरानी खजूर ही बिक रहा है। महंगे खजूर की सेल 80 फीसद तक डाउन है।

बच्चों में छाई उदासी

ईद वाले दिन बच्चों के चेहरों पर दिखनी वाली रौनक भी इसबार गायब रहेगी क्योंकि किसी के यहां जाने या किसी के आने पर मिलने वाली ईदी इसबार नहीं मिल पायेगी। ऐसे मे बच्चे काफी उदास हैं।