लखनऊ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित राजनीटी परिचर्चा में शामिल हुए लोगों ने एक स्वर में कहा कि स्कूलों में मोरल एजुकेशन अनिवार्य रूप से लागू की जानी चाहिए, ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। इसके साथ ही सीनियर सिटीजंस की सेफ्टी पर भी कड़े कदम उठाए जाने के सुझाव दिए गए। परिचर्चा में शामिल महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी पॉलिसी बनाए जाने का सुझाव दिया। गुरुवार को अवध विहार कॉलोनी, सेक्टर 11, इंदिरानगर में राजनीटी का आयोजन किया गया।

यहां हुई राजनीटी

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की राजनीटी परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य उन मुद्दों और मांगों को सामने लाना है, जो इस बार चुनाव में अहम रोल निभाएंगे। परिचर्चा का एक उद्देश्य यह भी है कि आखिर पब्लिक इस बार चुनावी मैदान में कैसा प्रत्याशी चाहती है।

पहला मुद्दा

महिला सशक्तिकरण

परिचर्चा में शामिल महिलाओं ने कहा कि महिलाओं को आगे लाने के लिए जरूरी है कि महिला सशक्तिकरण पर फोकस किया जाए। देखने में आता है कि महिलाएं अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए समाज के साथ आगे बढ़ना चाहती हैैं, लेकिन उन्हें घर से ही सपोर्ट नहीं मिलता है। ऐसे में, जरूरी है कि लोग अपनी सोच बदलें और महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। जिससे महिलाएं भी देश और समाज की प्रगति में अपना योगदान दे सकें।

दूसरा मुद्दा

फ्री एजुकेशन और इलाज

परिचर्चा में दो और अहम पहलू सामने आए। लोगों ने कहा कि बच्चियों को फ्री एजुकेशन दी जानी चाहिए। वे जब तक पढ़ना चाहें, उन्हें पढ़ाया जाना चाहिए। सरकार को भी बच्चियों की फ्री एजुकेशन पर फोकस करना चाहिए। अगर बच्ची पढ़ी लिखी होगी तो वो अपने पैरेंट्स की मदद तो करेगी ही साथ में समाज को भी आगे ले जाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगी। इसी तरह फ्री मेडिकल सिस्टम पर भी फोकस किया जाना चाहिए। अगर बेहतर इलाज मिलेगा तो साफ है कि लोगों को राहत मिलेगी खासकर गरीब वर्ग को।

तीसरा मुद्दा

स्किल डेवलपमेंट

इस समय युवाओं का क्रेज रील्स बनाने को लेकर है। ऐसे में पैरेंट्स को ध्यान देना होगा कि अगर उनका बेटा या बेटी रील बना रहे हैैं तो वे किस मुद्दे पर है। अगर बच्चों की ओर से अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए रील्स बनाई जा रही है तो यह कोई गलत बात नहीं है। आने वाले समय में युवाओं के लिए यह एक बेहतर सेगमेंट हो सकता है। सरकार को भी इस दिशा में पॉलिसी बनाए जाने की जरूरत है।

चौथा मुद्दा

सीनियर सिटीजन सेफ्टी

परिचर्चा में शामिल लोगों का कहना था कि सीनियर सिटीजन सेफ्टी को लेकर भी कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। अगर कोई बुजुर्ग घर में अकेला है तो वह खुद की सुरक्षा के प्रति निश्चिंत रहे, इसके लिए व्यवस्था बनानी होगी। लोगों का यह भी कहना है कि बुजुर्ग के घर के आसपास रहने वाले लोग भी उनका ध्यान रखें और जरूरत पड़ने पर कदम से कदम मिलाकर चलें। महिला सुरक्षा की दिशा में भी और बेहतर कदम उठाए जाने की जरूरत है।

छोटे व्यापारियों के लिए काम हो

परिचर्चा में शामिल लोगों का यह भी कहना था कि ऑनलाइन मार्केट पर शिकंजा कसा जाए साथ ही ऑफलाइन मार्केट से जुड़े व्यापारियों की ग्रोथ के लिए भी कदम उठाए जाएं। ऑफलाइन मार्केट से जुड़े व्यापारी भी ऐसी योजना बनाएं, जिससे अगर कोई कस्टमर उनकी शॉप पर आए तो उसे निराश होकर न लौटना पड़े। जीएसटी व्यवस्था का भी सरलीकरण किया जाए।

बोले लोग

महिला सशक्तिकरण पर फोकस होना चाहिए। जब तक महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलेगा, तब तक देश और समाज विकास के पथ पर अग्रसर नहीं हो सकता।

अन्नपूर्णा शर्मा

सीनियर सिटीजन की सेफ्टी पर फोकस किया जाना चाहिए। अगर कोई बुजुर्ग घर में अकेला रह रहा है तो वह खुद को सेफ महसूस करे।

बीडी दुबे

युवाओं को आगे लाने के लिए स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया जाना चाहिए। जगह-जगह काउंसिलिंग सेंटर्स खुलने चाहिए।

दिनेश चंद्र वर्मा

स्कूलों में मोरल एजुकेशन अनिवार्य की जानी चाहिए। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मोरल एजुकेशन बेहद जरूरी है।

चंद्रावती सिंह

महिला सुरक्षा को लेकर भी ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। महिलाएं खुद को सेफ महसूस करें, इसके लिए पॉलिसी बनाई जाए।

विजया पांडेय

ऑनलाइन मार्केट पर शिकंजा कसा जाना चाहिए। ऑफलाइन सेक्टर से जुड़े व्यापारियों के लिए ग्रोथ संबंधी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाए।

जीतू द्विवेदी

रोजगार के अवसर और सामने आएं, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। युवाओं के लिए रोजगार बहुत जरूरी है।

संजीव पांडेय

हमारा यही मानना है कि मेडिकल और एजुकेशन सिस्टम को फ्री किया जाना चाहिए। लड़कियां शिक्षित बनें, इसके लिए प्रयास होने चाहिए।

सत्य प्रकाश सिंह

लड़कियों को शिक्षित करना बेहद जरूरी है। अगर लड़की शिक्षित होगी तो साफ है कि देश और समाज की ग्रोथ रफ्तार बढ़ेगी।

निर्मल जॉन

युवाओं को बेहतर करियर के अवसर मिलें, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास जरूरी हैैं। अपने स्किल के हिसाब से युवाओं को करियर चुनना चाहिए।

सुबोध शर्मा

सीनियर सिटीजन सेफ्टी को लेकर हर स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। पुलिस पेट्रोलिंग व्यवस्था भी बेहतर होनी चाहिए।

कृष्ण मुरारी

बच्चों को मोरल एजुकेशन दिया जाना बेहद जरूरी है। मोरल एजुकेशन के बिना बच्चों का भविष्य बेहतर नहीं हो सकता।

ज्ञानेंद्र कुमार