लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के युवाओं में लॉ की पढ़ाई को लेकर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। बात चाहे एलएलबी पांच वर्षीय कोर्स की हो या एलएलबी तीन वर्षीय कोर्स, दोनों में ही इस साल बंपर आवेदन आए हैं। एलयू में एक सीट पर 37 दावेदार तो हैं ही शहर के केकेसी, शिया पीजी कॉलेज और डीएवी डिग्री कॉलेज में भी बंपर आवेदन आए हैं। आवेदनों की स्थिति को देखते हुए कॉलेजों के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।

केकेसी में आए दो गुने आवेदन

जय नारायण मिश्रा पीजी कॉलेज में एलएलबी तीन साल के कोर्स के लिए दो गुने आवेदन आए हैं। कॉलेज में एलएलबी की 320 सीटें हैं, इन सीटों के लिए 700 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि कॉलेज में ग्रैजुएशन में सबसे ज्यादा आवेदन बीकॉम कोर्स में आते हैं। इस साल सबसे ज्यादा आवेदन वाले कोर्स में एलएलबी भी शामिल है। कॉलेज में दाखिले मेरिट के बेस पर होंगे।

शिया कॉलेज में भी हजारों आवेदन

एलयू के बाद शिया पीजी कॉलेज में एलएलबी तीन वर्षीय कोर्स में स्टूडेंट्स का अलग क्रेज देखने को मिल रहा है। यहां 320 सीटें हैं। इन 320 सीटों एक हजार से अधिक आवेदन आए हैं। इसके अलावा शहर के एक और बड़े कॉलेज डीएवी में भी लॉ की 198 सीट्स हैं। इस कोर्स के लिए अभी तक 500 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। कॉलेज में 31 जुलाई आवेदन की आखिरी तारीख है। ऐसे में अभी से इतने आवेदन आने से कॉलेज प्रशासन काफी खुश है। प्राचार्य प्रो। सुधांशु सिन्हा का कहना है कि अभी आवेदन प्रक्रिया चल रही है, मेरिट के आधार पर दाखिला लिया जाएगा।

एलयू में 42 फीसदी अधिक आवेदन

लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस साल एलएलबी पांच वर्षीय दाखिलों में 42 फीसदी की बढ़त हुई है। इस साल एलयू को 5864 आवेदन मिले हैं।

लॉ का बढ़ा है दायरा

करियर काउंसलर प्रो। विवेक मिश्रा कहते हैं कि लॉ का दायरा बढ़ा है। एलएलबी करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि तीन और पांच साल का यह कोर्स रोजगार का अश्योरेंस देता है। अपना रजिस्ट्रेशन करवा कर स्टूडेंट्स प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा लॉ में अब दायरा बढ़ गया है। जब से कॉरपोरेट व इंडस्ट्री का दौर आया है तब से इस फील्ड में भी जॉब विकल्प बढ़े हैं। कॉरपोरेट लॉयर, इनकम टैक्स लॉयर के अलावा लॉयर जैस तमाम जॉब ऑप्शंस पैदा हुए हैं। स्टूडेंट्स में इसलिए भी एलएलबी का क्रेज बढ़ रहा है।