- एलयू स्लेट नाम से एक एप डेवलप कर रही है

- इसी टूल से ऑनलाइन क्लास लेंगे प्रोफेसर

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रुष्टयहृह्रङ्ख : लखनऊ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स अब स्ट्रेटजिक लर्निग एप्लीकेशन फॉर ट्रांसफॉरमेटिव एजुकेशन एसएलएटीई स्लेट पर ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। एलयू ऑनलाइन पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए एसएलएटीई-स्लेट एप लांच करने की तैयारी कर रहा है। इस एप के बाद स्टूडेंट्स को गूगल मीट, जूम आदि एप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी। इस एप पर उनको यूनिवर्सिटी का सारे ई कंटेंट, विडियो और लेक्चर मिल जाएंगे। इस एप को तैयार करने का काम अंतिम चरण में चल रहा है। यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि नए सेशन के साथ ही यूनिवर्सिटी इस एप के माध्यम से ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर देगी।

दूसरे विकल्पों की जरूरत नहीं

वीसी प्रो। आलोक राय ने कुछ समय पहले दावा किया था वह यूनिवर्सिटी में एक एप तैयार करेंगे। जिससे स्टूडेंट्स को सारे ऑनलाइन कंटेट उपलब्ध हो सकेंगे। स्लेट एप स्टूडेंट्स के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। इस एप का उपयोग केवल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ही कर सकेंगे। इस एप के जरिए ही शिक्षक अपनी ऑनलाइन क्लासेस लेंगे। स्टूडेंट्स को भी इस एप पर पढ़ाई करके ऐसा लगेगा जैसे व क्लास में पढ़ाई कर रहे हैं। यह एप एंड्रायड व आईफोन दोनों मोबाइल पर उपलब्ध होगा। एप का यूज कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल सभी में किया जा सकेगा। एलयू जल्द ही इस एप को लांच करने की तैयारी कर रहा है।

मिलेगी प्रैक्टिकल नॉलेज

एलयू में स्टूडेंट्स को बेहतर एजुकेशन और सब्जेक्ट की प्रैक्टिकल नॉलेज देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के लेक्चर कराएगा। इसके लिए विशेषज्ञों को पैसा भी दिया जाएगा। सब्जेक्ट विशेषज्ञ लेक्चर के लिए एलयू ने टीचर्स के चुनाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विशेषज्ञों और अतिथि प्रवक्ताओं का चयन ऑनलाइन किया जाएगा। चयन प्रक्रिया के बाद इनका इंटरव्यू भी होगा।

जितना ज्ञान उतने लेक्चर

एलयू के सूत्रों के अनुसार इन विशेषज्ञों अथवा अतिथि प्रवक्ताओं को जिस क्षेत्र का ज्ञान होगा, वह उतने ही विषय का लेक्चर ले सकेंगे। इसके लिए बाध्यता नहीं होगी। ये सब उनकी चयन प्रक्रिया और साक्षात्कार के समय स्पष्ट किया जाएगा। इसके लिए उनके डॉक्यूमेंट्स को आधार माना जाएगा। एलयू के लगभग 28 से 30 विभागों में 248 जगह इन विशेषज्ञों या अतिथि प्रवक्ताओं के लेक्चर होंगे।

बाक्स

इन फील्ड के एक्सपर्ट होंगे

आईआईटीआर और सीडीआरआई के साइंटिस्ट

रेलवे के टेक्निकल विशेषज्ञ

मेट्रो के टेक्निकल अधिकारी