45 डिपार्टमेंट हैं लखनऊ यूनिवर्सिटी में

50 से अधिक कोर्स चलाए जा रहे हैं

25 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हैं यूनिवर्सिटी में

2 कैंपस हैं यूनिवर्सिटी में

- स्लेट पोर्टल पर अपलोड होने वाले कंटेंट पहले चेक करेंगे एचओडी

- सिर्फ पीजी और रिसर्च के स्टूडेंट्स ही आ सकेंगे यूनिवर्सिटी कैंपस

- सप्ताह में एक दिन सॉल्व की जाएंगी पीजी स्टूडेंट्स की क्वैरी

- पीजी स्टूडेंट्स सप्ताह में एक दिन लैब और एक दिन लाइब्रेरी आ सकेंगे

- पीजी स्टूडेंट्स को सप्ताह में तीन दिन ऑनलाइन क्लास करनी होगी

- अंडर ग्रेजुएट कोर्स के स्टूडेंट्स के कैंपस पर आने पर रहेगी रोक

- कोरोना खत्म होने तक ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने की तैयारी

- स्टूडेंट्स को पहले सेमेस्टर की पढ़ाई ऑनलाइन ही करनी होगी

- सभी टीचर्स को सप्ताह में तैयार करने होंगे पांच लेक्चर के ई-कंटेंट

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी ने नए सेशन में क्लास शुरू करने को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं हालांकि उसे अभी शासन की गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है। एलयू में नए सेशन की शुरुआत ऑनलाइन मोड में होगी।

डीन और एचओडी संग की चर्चा

यूनिवर्सिटी खोलने को लेकर वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने सभी डीन और एचओडी के साथ सेशन कैसे शुरू किया जाए, इस पर बैठक कर चर्चा की। बैठक में तय किया गया कि शासन की गाइडलाइन आने के बाद भी यूनिवर्सिटी पहले सेमेस्टर में ऑनलाइन मोड में ही क्लास चलाएगा। पहले चरण में यूजी की क्लास शुरू करने का निर्णय लिया गया है, वहीं पीजी की क्लास के विषय में निर्णय कुछ दिन बाद लिया जाएगा।

गुरुजी देंगे सप्ताह में 5 ई-कंटेंट

वीसी प्रो। राय ने बताया कि यूजी के सभी कोर्सो में पहले सेमेस्टर की पढ़ाई कुछ दिन ऑनलाइन ही कराई जाएगी। इसके लिए सभी प्रोफेसरों को टाइम टेबल के अनुसार सप्ताह में पांच ई-कंटेंट बनाकर देने होंगे, जिसे स्लेट पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। सप्ताह का एक दिन हम स्टूडेंट्स की क्वैरी सॉल्व करने के लिए रखेंगे। सेशन शुरू होने के कुछ दिन बाद हालात को देखते हुए कैंपस में क्लास शुरू करने का विचार किया जाएगा।

एचओडी और डीन करेंगे ई-कंटेट की जांच

वीसी प्रो। राय ने बताया कि टीचर्स द्वारा तैयार किए गए ई-कंटेंट की जांच की जिम्मेदारी एचओडी की होगी। वे इसकी जांच कर उसे फारवर्ड करेंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना ने एजुकेशन सिस्टम को बदल दिया है। ऐसे में हमें ऑनलाइन पढ़ाई के मॉड्यूल को और बेहतर बनाने की जरूरत है।

पीजी स्टूडेंट्स सप्ताह में तीन दिन आएंगे

15 अक्टूबर से यूनिवर्सिटी खोलने के प्रस्ताव को देखते हुए एलयू ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। यूनिवर्सिटी को सिर्फ गाइडलाइन का इंतजार है। यह तो तय है कि यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के लिए फ्लापी मोड में चलेगी, जिसमें ऑनलाइन क्लास जारी रहेंगी। पीजी और रिसर्च के स्टूडेंट्स लैब, लाइब्रेरी, क्वैरी और मेंटर्स के लिए कैंपस आ सकेंगे। पीजी स्टूडेंट्स को सप्ताह में तीन दिन ऑनलाइन क्लास करनी होगी। वे एक दिन लाइब्रेरी, एक दिन लैब और एक दिन क्वैरी और मेंटर्स के लिए आएंगे। इसके दिन निर्धारित करने की जिम्मेदारी डीन और एचओडी को दी गई है। यूनिवर्सिटी की योजना कोरोना खत्म होने तक ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने की है।

बॉक्स

यूजी के स्टूडेंट्स के आने पर रोक

कोरोना को देखते हुए यूजी स्टूडेंट्स को एलयू कैंपस में नहीं आने देगी। इस बारे में वीसी का कहना है कि यूजी स्टूडेंट्स अगर कैंपस में आएंगे तो सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजेशन कराना संभव नहीं होगा। ऐसे में यूजी स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन क्लास ही चलाई जाएगी।

कोट

हमारी ऑनलाइन क्लास चल रही हैं। हम शासन की गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं, जैसे ही गाइडलाइन आएगी, हम अपना कार्यक्रम जारी कर देंगे।

प्रो। आलोक राय, वीसी, एलयू