- मौसम खुलने से एक्यूआई में कमी, लेकिन अभी हवा में जहर
LUCKNOW: राजधानी लखनऊ में मंगलवार की सुबह से ही धूप के साथ तेज हवाएं चलने जिससे पॉल्यूशन का लेवल कुछ कम होने की उम्मीद दिखी। लेकिन इसके बावजूद राजधानी की आबोहवा लगातार खतरनाक बनी हुई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों में राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई)) 416 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। जो देश में दूसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर है। पहले स्थान पर 453 एक्यूआई के साथ कानुपर है। जबकि दिल्ली का एक्यूआई 324 दर्ज किया गया।
तमाम दावों की निकली हवा
दिवाली के बाद से लगातार बढ़ते हुये प्रदूषण के कारण राजधानी की आबोहवा लगातार खतरनाक बनी हुई है। सोमवार को राजधानी का एक्यूआई 435 दर्ज किया गया था। जबकि मंगलवार को यह करीब 19 अंक कम होकर 416 दर्ज किया गया। प्रदूषण के चलते लोग मुंह पर मास्क या कपड़ा बांध कर निकल रहे हैं। तो वहीं दिन में ही गाडि़यों की लाइट जल रही है। जबकि नगर निगम सहित अन्य विभाग लगातार पानी का छिड़काव सहित अन्य कंस्ट्रक्शन कार्यो को बंद करवा चुके हैं। ऐसे में विभागों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठता है कि तमाम प्रयासों के बावजूद राजधानी के हालात में सुधार क्यों नहीं आ रहा है।
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दो दिनों बाद फिर बदली
वहीं रिजनल मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि नार्थ-वेस्ट यूपी में हवा का प्रेशर कम हुआ और नॉर्दन साइड में प्रेशर तेज हुआ जिससे हवाएं चली और स्मॉग साफ हुआ है। अगले दो दिनों तक मौसम साफ रहेगा और उसके बाद दोबारा बदली वाला मौसम होगा।
हम लोगों को सोचने की जरूरत
वहीं आईटआईटीआर निदेशक डॉ। आलोक धवन ने बताया कि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को भी सोचना चाहिए कि इंडस्ट्रियल एरिया सहित केवल 4 जगहों का डाटा जोड़कर पूरे शहर का कैसे बताते हैं? अगर मौसम साफ होने के बावजूद प्रदूषण बढ़ा है तो सोचना होगा कि प्रदूषण के बेसिक कारणों में कोई कमी नहीं आई है। इसके साथ कम तापमान भी एक बड़ा कारण हो सकता है। ऐसे में हम लोगों को भी सोचने की जरूरत है।
प्रदेश का आईक्यू लेवल
शहर एक्यूआई
कानपुर 453
लखनऊ 416
पटना 414
मुजफफ्रपुर 385
मुरादाबाद 350
दिल्ली 324
शहर के इलाके
एरिया मंगलवार सोमवार
तालकटोरा 433 403
लालबाग 400 480
गोमती नगर 348 452
अलीगंज 394 403