लखनऊ (ब्यूरो) दिन पर दिन नई-नई तकनीक इजाद हो रही हैं, उसी तरह फ्रॉड के नए-नए तरीके भी इजाद होते जा रहे हैं। राजधानी में पहले ही कई तरह के फ्रॉड चल रहे हैं, लेकिन अब नए तरीके का फ्रॉड प्रचलन में है और यह है ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से होने वाला वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड। गोमतीनगर थाना क्षेत्र में पहली बार इस तरह का मामला सामने आया है। यहां एक युवक से जालसाजों ने उसके मामा बनकर 90 हजार रुपये की चपत लगा दी। मामले का खुलासा होने पर गोमतीनगर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

जालसाज ने कहा, नहीं जा रहे पैसे

पुलिस को दी तहरीर में गोमतीनगर थाना क्षेत्र के विनीत खंड में रहने वाले कार्तिकेय ने बताया कि उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से फोन आया। शख्स ने कहा कि उसे सहायता चाहिए। पूछने पर उसने बताया कि मैं मामा बोल रहा हंू। आवाज भी मामा की तरह लग रही थी। उसने कहा कि 90 हजार रुपये खते में भेज रहे हैं। किसी जानने वाले को भेजना है, मेरे यूपीआई से पूरे पैसे नहीं जा रहे हैं। इसके बाद उसने बैंक के मैसेज की नकल बना कर मेरे नंबर पर एसएमएस की और कई बार में इसका मैसेज आया।

93 हजार किया था ट्रांसफर

शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे 10 हजार, 10 हजार, 30 हजार, 40 हजार रुपये आने के मैसेज मिले। उसे लगा कि उसके खाते में पैसे आ गए। इसके बाद उसने पांच अलग-अलग बार में कुल 93 हजार रुपये ट्रांसफर किए। जिनमें से दो ट्रांजैक्शन फेल हो गए। इस तरह उसके खाते से कुल 44,500 रुपये कट गए। गोमतीनगर थाना प्रभारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की छानबीन चल रही है।

ऐसे होती है वॉइस क्लोनिंग

साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्र ने बताया कि जालसाजों द्वारा आजकल प्लेस्टोर से कई तरह की वॉइस क्लोनिंग ऐप डाउनलोड किए जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल आवाज चेंज करने के लिए किया जाता है। साइबर ठग फेसबुक, वाट्सएप या इंस्टाग्राम पर आपको कॉल करेगा और फिर आपकी वॉइस का सैंपल लेगा। जिसके बाद किसी ऐप पर आपकी वॉइस अपलोड कर उसका क्लोन तैयार करता है। फिर फोन हैक कर या किसी तरह नंबर हासिल करने आदि के बाद हूबहू उसी आवाज में आपके रिश्तेदार या दोस्त को कॉल कर उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाता है।