लखनऊ (ब्यूरो)। हैलो, आप के खिलाफ वजीरगंज थाने में केस दर्ज है, आप के आधार कार्ड से फेंक सिम लेकर क्राइम हुआ है या फिर आप के आधार कार्ड से एक पार्सल बुक हुआ था, जिसे पकड़ लिया गया। अगर आप के मोबाइल ऐसी कॉल आती है तो होशियार हो जाएं। ऐसी कॉल साइबर क्रिमिनल्स की भी हो सकती हैं। इन दिनों इस तरह की ठगी के मामले सामने आ रहे हैं।

काल कर डरा रहे हैं
साइबर क्राइम सेल के साइबर एक्सपर्र्ट शिशिर यादव ने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स कुछ दिन में ही ठगी का तरीका बदल देते हैं। इन दिनों वे पुलिस के नाम पर लोगों को कॉल कर रहे हैं। वे कहते हैं कि आपके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लोगों को उनके एरिया से काफी दूर के थाने में केस दर्ज होने की बात कही जा रही है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

कैसे फंसाते हैं जाल में
शिशिर यादव ने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स केस दर्ज होने की जानकारी देने के बाद एक नंबर देते हैं और कहते हैं कि यह संबंधित थाने का नंबर है। इस पर कॉल कर लें। उस नंबर पर जब लोग कॉल करते हैं तो सामने वाला व्यक्ति उसे अपना पद भी बताता है और किस धारा में केस दर्ज किया गया है, इसकी जानकारी देता है। लोगों के डरने पर ठगी का खेल शुरू किया जाता है।

डिटेल लेकर उड़ाते हैं पैसा
कई लोग डरकर केस खत्म करने की बात कहते हैं तो उन्हें बातों में उलझाकर उनका आधार नंबर, बैंक डिटेल हासिल की जाती है और एक मैसेज उन्हें भेजा जाता है। इसके बाद मैसेज की जानकारी हासिल की जाती है और फिर उनके खाते से पैसे गायब कर दिए जाते हैं।

थानों में आ रही कंफर्म करने के लिए काल
राजधानी के कई थानों में थाना प्रभारियों के सीयूजी नंबर पर केस रजिस्टर्ड होने की बात कंफर्म करने की कॉल आ रही हैं। साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि कई थाना प्रभारियों ने भी ऐसी जानकारी दी है। ऐसे में लोगों से अपील है कि अगर उनके पास इस तरह की कॉल आए तो फौरन थाने में जाकर इसकी सच्चाई का पता लगाएं।