लखनऊ (ब्यूरो)। बच्चा तपती गर्मी में स्कूल से घर आता है। जिससे उसके बीमार पडऩे का खतरा ज्यादा हो सकता है। ऐसे में गर्मी में बच्चों को हाइड्रेट रखना, बासी खाने से बचना चाहिए। साथ ही कोई भी समस्या होने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।

पेट की समस्या सबसे ज्यादा
संजय गांधी पीजीआई में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डा। पियाली भट्टाचार्य के मुताबिक मौसम में बदलाव से वैसे तो सभी परेशान होते है लेकिन, बच्चों में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। खासतौर पर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से पेट की समस्या ज्यादा हो सकती है। जिससे डिहाइड्रेशन, डायरिया और कमजोरी जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में बच्चों को हेल्दी डायट देने की जरूरत है।

मौसम बदलने से बढ़ती है समस्या
डफरिन अस्पताल में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डा। सलमान बताते हंै कि गर्मी में बच्चों में डायरिया, उल्टी-दस्त व वायरल की समस्या ज्याद होती है। सर्दी-खांसी व बुखार से पीडि़त बच्चे 5 से 7 दिन में ठीक हो रहे हंै। ओपीडी में इस समस्या के करीब 70 से 80 फीसद बच्चे आ रहे हैं। पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगह ले जाने से बचें। उन्हें साफ पानी पीने को दें। घर का बना फ्रेश खाना ही दें और बाहर का खिलाने से बचना चाहिए। जितना हो सके सीजनल फ्रूट के साथ दही, छांट आदि भी देते रहना चाहिए। ताकि बच्चों को एनर्जी मिलती रहे।

ऐसे करें बचाव
- गर्मी आते ही तुरंत कुछ भी ठंडा खाने या पीने से बचें
- बासी और बाहर का खाना खाने से बचें
- सीजनल फ्रूट का अधिक से अधिक सेवन करें
- ज्यादा देर तक एसी में न बैठें
- लिक्विड डायट जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, छांछ आदि दें
- तेज धूप में बच्चों को बाहर न जाने दें
- कोई समस्या होने पर खुद से कोई दवा खासतौर पर एंटीबायोटिक न दें
- डाक्टर की सलाह पर ही इलाज करें

गर्मी के चलते बच्चों में डायरिया और बुखार की समस्या ज्यादा हो रही है। ऐसे में बच्चों को घर का पानी दें। घर के अंदर रखेें और लिक्विड डायट देते रहें।
- प्रो। पियाली भट्टाचार्य

गर्मी के दौरान बच्चों का ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसे में बासी और बाहर का खाना खाने से बचें। कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉ। सलमान, पीडियाट्रिशियन, डफरिन अस्पताल