लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि सभी नई आवासीय योजनाओं में सैैंपल फ्लैट तैयार कराए जाएंगे। जो भी खरीदार आएगा, उसे पहले सैंपल फ्लैट दिखाया जाएगा और उसके आधार पर ही खरीदारों के सभी सवालों के जवाब भी दिए जाएंगे। इसके बाद खरीदार सैंपल फ्लैट के आधार पर अपने सपने के आशियाने की बुकिंग करा सकेगा।

हर योजना में कदम
एलडीए की ओर से अपनी सभी नई योजनाओं जिसमें सुल्तानपुर रोड मुख्य रूप से शामिल है, में सैंपल फ्लैट तैयार कराए जाएंगे। एलडीए की ओर से सुल्तानपुर रोड के दोनों तरफ दो आवासीय योजनाएं डेवलप की जा रही हैं। दोनों योजनाएं मिलाकर करीब चार हजार फ्लैट्स की सौगात दी जाएगी।

पुरानी योजनाओं में भी कदम
यहां पर दोनों ही आवासीय योजनाओं में सैंपल फ्लैट तैयार कराए जाएंगे। इसके साथ ही एलडीए की ओर से अपनी कई पुरानी योजनाओं जैसे कानपुर रोड, जानकीपुरम और गोमतीनगर में भी सैंपल फ्लैट तैयार कराएगा। यह कदम उन पुरानी योजनाओं में विशेष रूप से उठाया जाएगा, जहां अभी कई फ्लैट्स की बिक्री नहीं हुई है और खस्ताहाल हालत में है।

ये बताया जाएगा खरीदारों को
सैंपल फ्लैट के माध्यम से खरीदारों को बताया जाएगा कि जब एलडीए की ओर से उन्हें फ्लैट दिया जाएगा तो उसे किस तरह से मेनटेन किया जाएगा। फ्लैट का कवर्ड और बिल्टअप एरिया क्या रहेगा और किस तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। चूंकि अभी खरीदारों के मन में सवाल रहता है कि अगर वो पुरानी योजनाओं में फ्लैट ले लेते हैैं तो उनके फ्लैट का मेंटीनेंस सही से होगा या नहीं। इसकी वजह से खरीदार फ्लैट खरीदने को लेकर बैकफुट पर नजर आते हैं।

ये फायदे होंगे
1-फ्लैट का स्वरूप पता चल सकेगा
2-सुविधाओं को मिल सकेगी जानकारी
3-फ्लैट मेंटीनेंस का स्टेटस पता लगेगा
4-फ्लैट के एरिया के संबंध में जानकारी
5-खरीदारों को रूटीन अपडेट मिलेगा

एक हजार से अधिक फ्लैट
वर्तमान समय में एलडीए के एक हजार से अधिक फ्लैट अनिस्तारित हैं। एलडीए की ओर से इन्हें कई बार बेचने की कोशिश की जा चुकी है लेकिन खरीदारोंं का प्रॉपर रिस्पांस नहीं मिला है। अगर सैंपल फ्लैट संबंधी कदम सफल रहता है तो एलडीए को बड़ा फायदा होगा।

ग्रीनरी पर फोकस
वहीं दूसरी तरफ एलडीए की ओर से अपनी सभी नई योजनाओं में ग्रीनरी पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही पुरानी योजनाओं में भी ग्रीनरी डेवलप करने के लिए स्पेस की तलाश हो रही है। सबसे पहले बसंतकुंज योजना में ग्रीनरी डेवलप करने का काम किया जा रहा है। वहीं सुल्तानपुर रोड योजना में भी ग्रीनरी डेवलप की जाएगी।

आवंटियों से फीडबैक
एलडीए की ओर से आवंटियों से भी फीडबैक लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अपनी सभी पुरानी योजनाओं में फीडबैक सेल बनाने की तैयारी हो रही है। जिससे आवंटी बता सकेंगे कि उन्हें किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसकी मानीटरिंग वीसी या सचिव स्तर से की जाएगी। दरअसल में, आवंटियों की शिकायत रहती है कि उन्हें अपनी समस्या दर्ज कराने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए भी एलडीए की ओर से इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है। हर सप्ताह शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा भी की जाएगी।

अवैध निर्माणों पर शिकंजा
एलडीए की ओर से 200 से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए गए हैं। इनके खिलाफ सोमवार से सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इनमें से ज्यादातर ऐसे निर्माण हैैं, जिनका न तो नक्शा स्वीकृत है न ही लेआउट। इसके बाद अपार्टमेंट तक तैयार कराए जा रहे हैं। अभी तक एलडीए की ओर से 500 से अधिक अवैध निर्माण सील किए जा चुके हैैं। जबकि 100 से अधिक को नोटिस जारी हो चुकी है। अगर नोटिस का जवाब नहीं आता है या कोई कागजात नहीं दिए जाते हैैं तो एलडीए की ओर से इन निर्माणों को भी सील किया जाएगा।