लखनऊ (ब्यूरो)। राजभवन में आयोजित तीन दिवसीय 55वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का समापन सोमवार को हुआ। जहां प्रदर्शनी के विजयी प्रतिभागियों को गवर्नर आनंदीबेन पटेल द्वारा पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। वहीं, सम्मान पाकर विजेताओं के चेहरे खिल उठे। प्रदर्शनी के आखिरी दिन लोगों की भारी भीड़ रही।

ये हुए सम्माननित

गवर्नर ने व्यक्तिगत वर्ग के प्रथम पुरस्कार प्राप्त विजेता विश्व नारायण श्रीवास्तव, लखनऊ को 121 अंक हासिल करने पर 51 हजार तथा चल वैजयंती, ओमप्रकाश लोधी को 99 अंकों को द्वितीय पुरस्कार के तहत 31 हजार रुपये तथा चल वैजयंती, लॉ मार्टिनियर कॉलेज लखनऊ को 92 अंकों को तृतीय पुरस्कार के तहत 11 हजार रुपये तथा चल वैजयंती से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, सर्वोत्तम प्रदर्श विजेता लॉ मार्टिनियर कॉलेज, लखनऊ को 11 हजार रुपये तथा चल वैजयंती प्रदान की। प्रदर्शनी में सरकारी क्षेत्र में सर्वाधिक अंक विजेता 197 के साथ चल वैजयंती एवं 11 हजार रुपये का पुरस्कार अधीक्षक राजभवन उद्यान, लखनऊ को प्रदान किया गया। समारोह में गवर्नर कुल 21 चल वैजयंती, 3 विशिष्ठ पुरस्कार, कलात्मक पुष्प सज्जा महिला वर्ग को 7 पुरस्कार, कलात्मक पुष्प सज्जा 4 से 9 आयु वर्ग को 17 पुरस्कार, कलात्मक पुष्प सज्जा 10 से 16 आयु वर्ग को 12 पुरस्कार वितरित किए।

ऑर्गेनिक उत्पाद की तरफ जाना चाहिए

इस अवसर पर गवर्नर ने कहा कि प्रदर्शनी दौरान कृषक व अन्य प्रतिभागी काफी उत्साहित थे। इस प्रकार की प्रदर्शनी को देखकर अन्य लोग प्रेरणा पाते हैं व गांव में इस प्रकार के अभिनव प्रयोग कर आगे बढ़ाने का प्रयास करते हैं। हमें ऑर्गेनिक उत्पाद की तरफ जाना चाहिए। ऑर्गेनिक उत्पाद के विक्रय की उचित व्यवस्था, उत्पादों के विक्रय को स्थल मिलना चाहिए। जहां स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आसानी से अपने उत्पादों का विक्रय कर सके। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा उत्पादों को बेचने को रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा पर व्यवस्था की गई है। वहीं, उद्यान राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि औद्योगिक फसलों का उत्पादन, मूल्य संवर्धन व वैश्विक बाजार तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि तेजी से अर्थव्यवस्था के विकास में कृषकों का योगदान महत्वपूर्ण है।