लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के पांच जोन में निजी कंपनी डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी संभाले जा रही है। खास बात यह है कि एक तरफ तो उक्त जोन में शत प्रतिशत घरों से वेस्ट कलेक्शन हो सकेगा, वहीं राहत की बात यह भी है कि भवन स्वामियों पर कंपनी की ओर से नया यूजर चार्ज नहीं लगाया जा सकेगा। नगर निगम प्रशासन की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि भवन स्वामियों से पुरानी दरों से ही यूजर चार्ज लिया जाएगा। इसके लिए बकायदा मॉनीटरिंग सिस्टम भी डेवलप किया जाएगा।

पांच जोन की जिम्मेदारी

नई व्यवस्था के अनुसार, निजी कंपनी को पांच जोन में वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी दी जाएगी, जबकि तीन जोन में वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी खुद नगर निगम कर्मियों की ओर से संभाली जाएगी। नई कंपनी की ओर से पांच जोन में वेस्ट कलेक्शन की व्यवस्था डेवलप करने के लिए जोनवार प्लान भी नगर निगम को दिया जाएगा। जिसके आधार पर ही नगर निगम की ओर से मॉनीटरिंग की जाएगी।

अभी तक ईकोग्रीन के पास

वर्तमान समय में नगर निगम की ओर से ईकोग्रीन कंपनी को वेस्ट कलेक्शन और यूजर चार्ज वसूली की जिम्मेदारी दी गई थी। व्यवस्था बदहाल होने के कारण फिलहाल ईकोग्रीन का अनुबंध समाप्त कर दिया गया और अब नए सिरे से वेस्ट कलेक्शन के लिए नई कंपनी का चयन किया गया है। संभावना है कि इसी महीने या फिर अगले महीने से कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

100 रुपये आवासीय यूजर चार्ज

अभी तक ईकोग्रीन कंपनी की ओर से प्रति घर 100 रुपये आवासीय यूजर चार्ज लिया जा रहा है। इसके साथ ही कॉमर्शियल एरिया में 200 से 250 रुपये तक यूजर चार्ज लिया जाता था। हालांकि, यह यूजर चार्ज एरिया वाइस होता था। नई कंपनी की ओर से उक्त दरों के हिसाब से ही यूजर चार्ज लिया जाएगा।

भवन स्वामियों को राहत

पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि नई कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन के एवज में यूजर चार्ज बढ़ाया जा सकता है, लेकिन अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है कि भवन स्वामियों पर कोई भी नया यूजर चार्ज नहीं लगेगा। जिससे भवन स्वामियों पर कोई भार नहीं आएगा।

भवन स्वामियों पर कोई नया यूजर चार्ज नहीं लगाया जाएगा। कंपनी का पहला फोकस डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने पर रहेगा।

-इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त