लखनऊ (ब्यूरो)। सरोजनीनगर के अंतर्गत नई बस्ती गौरी में रहने वाले लोग तेंदुए की आहट से खौफजदा हैैं। अभी तक तेंदुए के न पकड़े जाने से लोग घरों से बाहर निकलने तक में डर रहे हैैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग और पुलिस की ओर से संयुक्त कांबिंग जारी है लेकिन अभी तक तेंदुए का सुराग नहीं मिल सका है। हालांकि अभी यह भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि जिस जानवर को तेंदुआ कहा जा रहा है, वो तेंदुआ है भी या नहीं। संभावना यह भी है कि वह जंगली बिल्ली भी हो सकती है।

तीन दिन हो चुके हैैं

घनी आबादी वाली नई बस्ती में दर्जनों मकान बने हुए हैैं। इस एरिया से कई अन्य एरिया भी सीधे तौर पर कनेक्ट होते हैैं। शुक्रवार शाम यहां रहने वाले लोगों ने एक खाली प्लॉट में तेंदुए को देखे जाने का दावा किया था। यह सूचना आग की तरह फैली और हर कोई दहशत में आ गया। इसकी जानकारी डायल 112 पर भी दी गई। वहीं वन विभाग भी सूचना मिलने के बाद हरकत में आ गया।

लगातार कांबिंग जारी है

वन विभाग और स्थानीय पुलिस फोर्स की ओर से दो दिन से लगातार नई बस्ती से लेकर गौरी तक कांबिंग कराई जा रही है। यह कांबिंग दोपहर से लेकर रात तक चल रही है। इसके बावजूद अभी तक तेंदुआ पकड़ में नहीं आया है।

चर्चाओं का भी बाजार गर्म

तेंदुआ देखे जाने के बाद पूरे एरिया में चर्चाओं का भी बाजार गर्म है। कोई कह रहा है कि उसने तेंदुए को रोड पर देखा है तो कोई कह रहा है कि उसके बगल से निकला है। यह भी चर्चा है कि तेंदुए की ओर से एक कुत्ते को भी अपना निशाना बनाया गया है साथ ही एक दो युवकों को दौड़ाया भी है। हालांकि अभी इसकी अधिकाधिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

300 मकान हैैं पूरे एरिया में

नई बस्ती स्थित पीजेंट डे स्कूल के पास जिस खाली प्लॉट में तेंदुए को देखे जाने का दावा किया गया है, उसके आसपास करीब दो से तीन किमी एरिया में 300 या उससे अधिक मकान हैैं। इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीन से चार किमी का पूरा एरिया अच्छी खासी आवासीय बस्ती में है। वहीं इसी आवासीय बस्ती के बीच में एक गेंहू का खेत भी है। जिसमें तेंदुए के छिपे होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। वन विभाग की ओर से यहां भी कांबिंग कराई गई लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।

पहले भी दिखा है तेंदुआ

आवासीय एरिया में पहले भी तेंदुआ देखे जाने संबंधित खबरें सामने आ चुकी हैैं। करीब डेढ़ से दो साल पहले जानकीपुरम एरिया में तेंदुआ देखे जाने का दावा किया गया था। उस दौरान भी वन विभाग की ओर से कई चरणों में कांबिंग कराई गई थी लेकिन नतीजा सिफर रहा था। यह दावा किया गया था कि रात में अंधेरे का फायदा उठाते हुए तेंदुआ शहरी एरिया से बाहर चला गया है।

अकेले बाहर न निकलें

अगर एरिया में कोई भी जंगली जानवर देखा गया है तो अकेले घर से बाहर न निकलें, विशेषकर रात के वक्त। दरअसल, जंगली जानवर रात के वक्त ही अक्सर अपने शिकार पर हमला करते हैैं। ऐसे में नई बस्ती और आसपास के एरिया में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। वन विभाग की ओर से भी अपील की गई है कि जब तक तेंदुए जैसा दिखने वाला जानवर पकड़ा नहीं जाता है, तब तक खासी सावधानी बरतने की जरूरत है।