लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए योजनाओं का खाका तैयार किया जाता रहता है और उसका असर भी देखने को मिलता है। स्विट््जरलैंड की संस्था आइक्यू एयर की ताजा रिपोर्ट से भी साफ है कि राजधानी में पॉल्यूशन लेवल में सुधार तो हुआ है, लेकिन स्थिति अभी चिंताजनक है। देश के 60 से अधिक पॉल्यूटेड शहरों में राजधानी की रैंकिंग 42 है, जबकि प्रदेश के टॉप 10 पॉल्यूटेड शहरों में भी राजधानी का नाम शामिल है।
ये हैैं टॉप पॉल्यूटेड शहर
-कानपुर
-लखनऊ
-वाराणसी
-हापुड़
-नोएडा
-ग्रेटर नोएडा
-मेरठ
-गाजियाबाद
-मुजफ्फरनगर
पहले भी एक्यूआई लेवल रहा हाई
राजधानी में पॉल्यूशन का लेवल हमेशा से ही हाई रहा है। कई बार तो यहां का एक्यूआई दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से भी अधिक रहता है। पिछले साल की बात की जाए तो राजधानी के तालकटोरा एरिया का एक्यूआई 400 के पार चला गया था, जिसे बेहद खतरनाक माना जा सकता है। हालांकि, अभी तक एक्यूआई में सुधार देखने को मिला है और कोई भी एरिया का एक्यूआई 400 के अंक तक नहीं पहुंचा है। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा 400 तक नहीं पहुंचेगा, यह कहना असंभव है।
लगातार हुए हैैं प्रयास
राजधानी को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए जिम्मेदार विभागों की ओर से लगातार योजनाएं बनाई जाती हैैं और उन्हें इंप्लीमेंट किया जाता है। नगर निगम की ओर से अभी भी 100 से अधिक ऐसे प्वाइंट्स पर पानी का छिड़काव कराया जाता है, जहां धूल अधिक उड़ती है। इसके साथ ही एलडीए की ओर से ग्रीन बेल्ट को डेवलप किया जा रहा है, जिससे पॉल्यूशन कंट्रोल में रहे। इसका परिणाम है कि फिलहाल राजधानी देश के 60 से अधिक शहरों में 42वें नंबर पर है।
इन इलाकों पर विशेष फोकस
राजधानी के सबसे प्रदूषित इलाकों की बात की जाए तो तालकटोरा, अलीगंज और लालबाग का एक्यूआई लेवल हमेशा हाई रहता है। भले ही अभी एक्यूआई लेवल चिंताजनक स्थिति में न हो, लेकिन जरा सी लापरवाही बरतते ही यहां का एक्यूआई 300 के पार आसानी से चला जाता है। हाल में ही होली के आसपास सभी एरियाज का एक्यूआई लेवल मॉडरेट कंडीशन में था। जैसे-जैसे व्हीकल लोड बढ़ेगा या मौसम में बदलाव होगा, इसका असर सीधे एक्यूआई लेवल पर देखने को मिलेगा।
वेस्ट के ढेर बनेंगे मुसीबत
वर्तमान समय में नगर निगम की ओर से प्रॉपर वेस्ट कलेक्शन नहीं किया जा रहा है साथ ही रोड साइड मलबा इत्यादि उठाने में भी समय लग रहा है। मलबा पड़ा होने के कारण धूल उड़ती है। जिसकी वजह से भी एक्यूआई लेवल में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, नगर निगम ने वेस्ट के ढेरों को जलाने पर 5 हजार तक जुर्माने का प्राविधान किया है।
राजधानी का एक्यूआई लेवल
दिनांक एक्यूआई
15 मार्च 171
14 मार्च 154
13 मार्च 148
12 मार्च 137
11 मार्च 125
10 मार्च 76
अभी तो स्थिति बेहतर
पिछले छह दिनों की बात की जाए तो राजधानी का एक्यूआई लेवल 200 के नीचे ही है। निश्चित रूप से इस आंकड़े को बेहतर माना जा सकता है। पिछले छह दिन में सबसे अधिक एक्यूआई बुधवार को 171 रहा है, जो चिंताजनक नहीं है, जबकि 10 मार्च को सबसे कम एक्यूआई 76 दर्ज किया गया था।