लखनऊ (ब्यूरो)। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि साल के अंत तक इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। अगर सब प्लान के मुताबिक रहा तो दिसंबर 2024 से आप कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार भर सकेंगे। इसको लेकर तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैैं। वर्तमान समय में इसका 30 से 35 फीसदी तक काम पूरा हो चुका है और कई प्वाइंट्स पर पिलर भी तैयार कर लिए गए हैैं। प्रयास यही है कि निर्धारित समय से पहले ही एक्सप्रेस-वे का काम खत्म कर लिया जाए, ताकि लोगों के लिए कानपुर-लखनऊ पहुंचना आसान हो जाए।

तेजी से चल रहा है काम

इस समय बंथरा से लेकर बनी तक तेजी से एलिवेटेड सेक्शन तैयार किए जाने का काम चल रहा है। इसके लिए यहां पर पिलर तेजी से तैयार किए जा रहे हैैं। दो दर्जन से अधिक प्वाइंट्स पर पिलर तैयार कर भी लिए गए हैैं, जबकि अन्य पर भी काम जारी है। हिनौरा गांव के पास ग्रीन फील्ड सेक्शन पर भी काम शुरू हो गया है। 63 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का काम दो चरणों में किया जा रहा है। जो पिलर तैयार किए जा रहे हैैं, उनमें शटरिंग का काम भी तेजी से किया जा रहा है।

अभी लग रहा है जाम

वर्तमान समय में कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे निर्माण के कारण कई प्वाइंट्स पर जाम की समस्या भी सामने आ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए उन सभी प्वाइंट्स पर गार्ड्स की ड्यूटी लगाई गई है, जो ट्रैफिक कंट्रोल करने में ट्रैफिक पुलिस का सहयोग कर रहे हैैं। हालांकि, जब फ्लाईओवर बन जाएगा तो सर्विस लेन पर लगने वाले जाम से जनता को हमेशा के लिए निजात भी मिल जाएगी।

पिलर्स का काम 14 फीसदी पूरा

निर्माण के पहले पैकेज में करीब 12 किमी की रोड पिलर्स पर रहेगी। इसे ध्यान में रखते हुए सबसे पहले पिलर्स पर विशेष फोकस किया जा रहा है। अभी तक करीब 13 से 14 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है, जबकि शेष हिस्से को भी तीन से चार माह में पूरा किए जाने की उम्मीद है। जिसके बाद इस रोड से वाहन दौड़ सकेंगे।

पब्लिक को मिलेगी राहत

इस एक्सप्रेस-वे के पूरा होने से कानपुर से लखनऊ और लखनऊ से कानपुर अपडाउन करने वाले हजारों लोगों को जाम की समस्या से राहत मिल जाएगी। इस रूट पर व्हीकल लोड तीन से चार गुना तक बढ़ गया है। जिसकी वजह से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए यह एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।

डीपीआर हो चुका है स्वीकृत

अब अगर इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर प्रस्तावित फ्लाईओवर की बात करें तो पूरी संभावना है कि 15 अगस्त के बाद से इसका निर्माण शुरू हो सकता है। इसकी वजह यह है कि इस प्रोजेक्ट का डीपीआर पहले ही स्वीकृत हो चुका है। हाल में ही आईआईएम फ्लाईओवर के लोकार्पण के मौके पर आए रक्षा मंत्री एवं सांसद राजनाथ सिंह ने इस फ्लाईओवर को लेकर घोषणा भी कर दी है। जिसके बाद अब इसका निर्माण भी जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

दो फ्लाईओवर्स से होगा कनेक्ट

इस फ्लाईओवर को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि खुर्रमनगर और आईआईएम फ्लाईओवर इससे सीधे कनेक्ट हो सके। जिससे अगर किसी व्यक्ति को सेक्टर 25 इंदिरानगर चौराहे से मड़ियांव जाना है तो उसे नीचे सर्विस लेन या मुख्य मार्ग का यूज न करना पड़े। वो सीधे तीनों फ्लाईओवर्स का यूज करते हुए सीधे मड़ियांव पहुंच जाए। वहीं, खुर्रमनगर फ्लाईओवर का काम भी 60 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है और सेक्टर 25 इंदिरानगर चौराहे के पास पिलर और स्लैब का काम पूरा हो गया है। पूरी संभावना है कि अगले साल मार्च तक यह फ्लाईओवर शुरू हो जाएगा।

अभी तक कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का करीब 30 से 35 फीसदी काम पूरा हो चुका है। एलीवेटेड रोड को पहले चरण में पूरा किया जाना है, इस वजह से तेजी से पिलर तैयार हो रहे हैैं। पूरा प्रयास है कि दिसंबर 2024 से लोग इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर सकें और जाम की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाए।

-दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि