लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के तमाम अर्बन-पीएचसी से लेकर सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी चल रही है। जिसके चलते मरीजों को पुख्ता इलाज नहीं मिल पा रहा है। खासतौर पर पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर डॉक्टरों की सबसे ज्यादा कमी है। इसी समस्या को देखते हुए सीएमओ के अधीन 41 डॉक्टरों की भर्ती की जानी है, जिसके लिए इंटरव्यू हो चुका है। सीएमओ के मुताबिक, जल्द से जल्द रिजल्ट जारी कर तैनाती जारी कर दी जाएगी।

डॉक्टरों की चल रही कमी

राजधानी में 52 अर्बन पीएचसी हैं। इसमें अधिकतर में डॉक्टरों की सबसे ज्यादा कमी चल रही है। जिसके चलते मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है और उनको बड़े सरकारी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। जहां मरीजों का लोड लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा राजधानी में 75 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी खोलने हैं, जिसमें करीब 68 शुरू हो चुके हैं। इनके लिए भी डॉक्टरों की भर्ती करनी है, ताकि मरीजों को उनके घरों के पास ही डॉक्टरी परामर्श और इलाज मिल सके। इसके अलावा बलरामपुर और अवंतीबाई महिला अस्पताल में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर की कमी है।

41 डॉक्टरों की होगी भर्ती

डॉक्टरों की कमी को देखते हुए सीएमओ के अधीन 41 डॉक्टरों की भर्ती निकाली गई है। जिसके लिए एमबीबीएस और कुछ जगहों के लिए अनुभव और डिग्री भी मांगी गई है। इसी को लेकर सीएमओ आफिस में रिकार्ड 140 आवेदन मिले। जिनका इंटरव्यू मंगलवार देर रात तक चला। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने बताया कि इंटरव्यू में कई मेडिकल कॉलेजों समेत अन्य जगहों के एमबीबीएस डॉक्टर आये थे। जिसमें से बेहतर कैंडीडेट को सेलेक्ट करने की पूरी कवायद की गई। जल्द ही इंटरव्यू का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा और उसी के साथ डॉक्टरों की तैनाती भी कर दी जाएगी। जो अर्बन पीएचसी के अलावा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बलरामपुर अस्पताल और अवंतीबाई महिला अस्पताल में ईएमओ और केजीएमयू के टीबी विभाग में एक एमओटीसी की तैनाती की जायेगी। काफी समय से डॉक्टरों की कमी को दूर करने के प्रयास किए जा रहे थे। इनके आने से राजधानी में चिकित्सीय सुविधा और बेहतर होगी। जिसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा।