लखनऊ (ब्यूरो)। आखिरकार 13 साल के लंबे इंतजार के बाद शिवरी प्लांट में लगे लाखों मीट्रिक टन वेस्ट के ढेरों के निस्तारण का रास्ता साफ हो गया है। यहां लगे वेस्ट के ढेरों को अलग-अलग तरीके से निस्तारित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां पर कूड़े में जमा पानी को ट्रीट करने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया जाएगा। इसके बाद यहां पर एक से दो एकड़ एरिया स्पेस छोड़कर अन्य स्पेस पर उद्यान डेवलप किया जाएगा।

20 लाख मीट्रिक टन ढेर

पिछले 13 सालों से शिवरी प्लांट में 20 लाख मीट्रिक टन वेस्ट के ढेर लगे हुए हैैं। इस समयावधि में दो कंपनियों का चयन भी हुआ, लेकिन उनकी ओर से कूड़े के पहाड़ को समाप्त नहीं किया जा सका। अब नए सिरे से फिर से नगर निगम ने कंपनी का चयन करके वेस्ट निस्तारण की दिशा में कदम उठाए हैैं। इस बार पूरी संभावना है कि कूड़े के पहाड़ को समाप्त किया जा सकेगा।

इस तरह होगा निस्तारण

पहले तो सॉलिड वेस्ट को अलग किया जाएगा। इसके बाद मिट्टी और खाद बनने में प्रयुक्त होने वाले उत्पादों को भी छांट कर अलग कर लिया जाएगा। जो सॉलिड वेस्ट निकलेगा, उसे सीमेंट कंपनी भेज दिया जाएगा। जहां ईंधन के रूप में कंवर्ट कर दिया जाएगा। इस प्रक्रिया से धीरे-धीरे कूड़े का पहाड़ समाप्त हो जाएगा। इसके बाद यहां पर दो से तीन एकड़ एरिया खाली छोड़ दिया जाएगा। जिससे राजधानी से रोज कलेक्ट किए जाने वाले वेस्ट को प्रोसेस किया जा सके। वहीं अन्य भाग में उद्यान इत्यादि डेवलप किया जाएगा।

बिजली भी बनाने की तैयारी

ईकोग्रीन कंपनी की ओर से शिवरी प्लांट में बिजली बनाने संबंधी कार्ययोजना तैयार तो की गई थी लेकिन तीन से चार साल बाद भी योजना को इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका। अब नए सिरे से नई कंपनी की ओर से खासकर सरकारी उपक्रम की ओर से यहां पर वेस्ट के माध्यम से एनर्जी जेनरेट की जाएगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

13 साल से लाखों मीट्रिक टन वेस्ट का ढेर लगा हुआ है। अब इसे निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। चरणबद्ध तरीके से वेस्ट का निस्तारण कराया जाएगा। इसके साथ ही यहां पर बगिया इत्यादि भी डेवलप करने की तैयारी है।

डॉ। अरविंद राव, अपर नगर आयुक्त