11.11.11 की शुभ घड़ी में कई पैरेंट्स ने खासतौर पर फ्राइडे को डिलीवरी कराई। ताकि उनका बच्चा शुभ घड़ी में दुनिया में आ सके। किसी की डेट आगे थी तो किसी की एक दिन पहले की। उन्होंने डॉक्टर्स से रिक्वेस्ट की और डॉक्टर्स ने भी रिस्क को ध्यान में रखकर उनकी कामना पूरी कर दी। 11.11.11 के अवसर पर सिटी में 100 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया।

क्वीन मेरी हॉस्पिटल में लगभग 3 दर्जन बच्चों ने जन्म लिया। अक्षरा को बेटा हुआ है। अक्षरा बेटा पाकर बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें 10 नवम्बर की डेट दी थी लेकिन हमने रिक्वेस्ट की तो वह मान गईं। उनका यह पहला बेटा है और 11 नवम्बर को होने से वह और भी खास हो गया है। उन्होंने बताया कि उनके फैमिली पंडित ने कहा था कि यह दिन बहुत शुभ है जिसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया।

वहीं डफरिन हॉस्पिटल में 16 बच्चे नार्मल डिलीवरी और 8 सर्जरी के थ्रू हुए। वहीं झलकारी बाई हॉस्पिटल में एक बेबी हुआ। अजंता नर्सिंग होम आलमबाग में 5 बच्चों का जन्म हुआ। नीरा नर्सिंग होम की डॉ। गरिमा के अनुसार उनके यहां एक बेबी नार्मल डिलीवरी से हुआ।

Parents की  request पर

ज्वाला नर्सिंग होम की डॉ। रमा श्रीवास्तव ने बताया कि वंदना दीक्षित को हमने 10 नवम्बर की डेट दी थी। पर उन्होंने और उनके हसबैंड त्रिपुरारी दीक्षित ने 11 नवम्बर के लिए रिक्वेस्ट की। हमने उनके लिए रिस्क लिया और सर्जरी से बच्चे का जन्म हुआ। मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर की डॉ। मंजू टंडन ने बताया कि हॉस्पिटल में 10 पेशेंट्स ने 11 नवम्बर को डिलीवरी के लिए रिक्वेस्ट की लेकिन सिर्फ दो पेशेंट्स ऐसे थे जिन्हें हमने डिलीवरी कराई। अन्य की डेट काफी आगे थी। प्रीमैच्योर होने के कारण बेबी को खतरा हो सकता था। डॉ। मंजू टंडन के अनुसार एक पेशेंट रूचिका गुप्ता और दूसरी रूपाली मिश्रा को 11 नवम्बर को बेबी हुए। रूचिका और रूपाली के फैमिली मेम्बर्स 11 नवम्बर को बेबी होने पर बहुत खुश है।

एक दर्जन से ज्यादा शादियां

सीतापुर रोड पर रहने वाले समीर को अपने बेटे के बर्थडे सेलीबे्रेशन के लिए लॉन चाहिए था। लेकिन 11.11.11 का ऐसा रोमांच था कि उन्हें कोई जगह ही नही मिली। इस शुभ तारीख पर सहालग की जबरदस्त बूम रही। शहर का कोई लॉन और गेस्ट हाऊस खाली नहीं था। शम्सी एंड संंस के हसन बताते हैं कि शुक्रवार को जबरदस्त सहालग रही। एक दर्जन से ज्यादा जगह उनका टेंट बुक था। बिल्कुल फुर्सत ही नहीं मिली। यह तारीख अपने में अनोखी है। इसीलिए इस दिन ज्यादा शादी हुई। फूल विक्रेता इसरार हसन खां के मुताबिक यह तारीख अपने में अनोखी है। 100 साल में यह तारीख आई है। लोगों की शादियां इस दिन ख्ूाब हो रही हैं। जबरदस्त फूलों की बुकिंग हुई है। मोहन कैटर्स के दीप मोहन बताते हैं कि आज जबरदस्त सहालग है। यह तारीख अपने में अनोखी है। कई जगह उनकी कैटरिंग चल रही है। ताज इलेक्ट्रॉनिक के दिलशाद का कहना है कि इस ऐतिहासिक डेट पर जबरदस्त बुकिंग हुई।