कुछ खास है क्या बात है

सोमदत्त विहार फेज-टू में रहने वाले दंपत्ति नुपुर और राहुल गुप्ता को इस खास दिन पुत्री रत्न प्राप्त हुआ। राहुल कहते हैं कि पहले तो कोई प्लानिंग नहीं थी मगर जैसे ही डॉक्टर ने दिसंबर की ड्यू डेट दी तो मन में इच्छा हुई कि हमारा बच्चा 12 दिसंबर को पैदा हो। मेरी वाइफ का ट्रीटमेंट कर रहीं डॉ। निशा ग्रोवर से हमने बात की और बाई चांस ऐसा हुआ कि हमारी बेटी 12 दिसंबर को 12 बजकर 12 मिनट पर ही इस दुनिया में आई। ये हमारा फस्र्ट बेबी है और हमारे परिवार में सबको दोगुनी खुशी मिली है। एक तो हमारे घर में नन्हीं परी आई है और दूसरी बात कि वो सदी के खास दिन और खास वक्त पर पैदा हुई।

जन्मे बच्चे

शहर के तमाम सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में कई माताओं ने बच्चों को जन्म दिया। इनमें से कुछ सीजेरियन तो कुछ नॉरमल हुए। प्राइवेट हॉस्पिटल में सीजेरियन बच्चे ज्यादा पैदा हुए हैं।

आनंद हॉस्पिटल : 5 बच्चे

मेडिकल कॉलेज : 6 बच्चे

डफरिन अस्पताल : 11 बच्चे

जिंदल हॉस्पिटल : 3

सिंह टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर : 2

युग हॉस्पिटल : 2

जन्मदिन का जश्न 12 दिसंबर को जन्मे लोगों के लिए उनका ये बर्थडे स्पेशल रहा। जागृति विहार में रहने वाले प्रखर सक्सेना नोएडा से बीटेक कर रहे हैं। उन्होंने मेरठ आकर अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया।

Happy anniversary

मोनिका और पुनीत रस्तोगी ने अपनी एनिवर्सिरी का जश्न मनाया। फैमिली के साथ मूवी देखी और फिर रात को रेस्तरां में डिनर किया। मोनिका बताती हैं कि हमारी एनिवर्सिरी उतनी ही खास थी जितनी हमारी शादी। 12.12.12 की वजह से हमारे पास इस बार कुछ ज्यादा ही बधाई संदेश आए।

धूम-धूम-लक-लक

सदी का ये खास दिन सिर्फ बच्चों के जन्म तक ही सीमित नहीं रहा। इस दिन शहर भर में करीब डेढ़ दर्जन शादियां हुई। ये डेढ़ दर्जन शादियां केवल अरेंज मैरिज हैं, जिनमें बैंड बाजा बजा और बारात आई। इसके अलावा कोर्ट मैरिज भी हुई। 12 दिसंबर के दिन शहर में 10 कोर्ट मैरिज हुईं, जिनमें अधिकांश लव मैरिज भी हैं। करीब 6 शादियों के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया गया।