- तीन दिन चली काउसिंलिंग प्रक्रिया में 350 में से 199 सीटों पर ही हुए एडमिशन

- 151 सीटें अब भी रह गई खाली, कई कॉलेजों की आधी सीटें भी नहीं भरी

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में तीन दिन चली एमएड काउंसिलिंग के बाद भी करीब 151 सीटें अब भी खाली रह गई हैं। इस बार एमएड काउंसिलिंग में लखनऊ यूनिवर्सिटी को छोड़ दें तो सभी कॉलेजों की सीटें लगभग खाली रही रह गई हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि एमएड में इस बार निर्धारित सीटों की संख्या से कम छात्रों ने एडमिशन के लिए आवेदन किया था।

कॉलेजों को दी थी विशेष छूट

यूनिवर्सिटी में इस बार बीएड की 350 सीटों पर एडमिशन के लिए करीब 250 कैंडीडेट्स को काउंसिलिंग में शामिल होना था। इसमें से केवल 191 कैंडीडेट्स ने ही एडमिशन लिया है। शेष कैंडीडेट्स ने काउंसिलिंग से किनारा कर लिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस बार ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों की सीटों को भरने और सभी स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए सभी कॉलेजों को काउंसिलिंग सेंटर्स पर अपना प्रचार-प्रसार करने का मौका दिया था।

तो काउंसिलिंग में दें जानकारी

यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना था कि सभी सीटों की काउंसिलिंग खुद यूनिवर्सिटी करेगी। अगर कोई स्टूडेंट्स किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो काउंसिलिंग में आकर इसकी जानकारी देंगे। सेंटर पर मौजूद कॉलेज के प्रतिनिधि स्टूडेंट्स को अपने यहां पर वहीं पर एडमिशन देंगे। यूनिवर्सिटी की यह योजना भी पूरी तरह से फ्लॉप रही। काउंसिलिंग में 350 में से केवल 191 सीटों पर ही एडमिशन हुआ।

केवल एक कॉलेज की सीटें फुल

एमएड काउंसिलिंग में केवल लखनऊ यूनिवर्सिटी की 25 सीटों के अलावा सिटी एकेडमी डिग्री कॉलेज की सभी सीटें काउंसिलिंग के माध्यम से भरी हैं। शेष सभी कॉलेजों की आधी सीटों पर ही एडमिशन हुए हैं। एमएड समन्वयक प्रो। एम वर्मा का कहना है कि जिन कॉलेजों की सीटें खाली रह गई हैं, उनको दोबारा से काउंसिलिंग या फिर डायरेक्ट एडमिशन के माध्यम से सीटें भरने का मौका दिया जाएगा।