लखनऊ (ब्यूरो)। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार अलीगंज के तिरुपति ज्वेलर्स लूट की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर लुटेरे राहुल सिंह व सौरभ हैं। इस घटना में इनका साथ देने वाले गुडंबा के हनी सिंह और रवि शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। लूट करीब 45 लाख के आस-पास की है जबकि पकड़े गए आरोपियों के पास से डेढ़ से दो लाख रुपए के जेवर ही मिले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक राहुल सिंह बिहार का रहने वाला है और वह प्रदेश में कई बड़ी लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका है। हर बार वह लूट का पूरा माल लेकर फरार हो जाता है। लूट के बाद वह माल का बंटवारा नहीं करता है। पूरा माल लेकर वह प्रदेश छोड़ देता है।

लालच में फंस कर धरे जाते हैं 'कठपुतलीÓ

अलीगंज ज्वेलरी लूटकांड में पकड़े गए दोनों आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लूट की योजना में लालच में शामिल हुए थे। दोनों का यूज कर शातिर लुटेरे वारदात को अंजाम देकर पूरा माल लेकर निकल गए। लोकल कनेक्शन होने के चलते हर्ष उर्फ हनी व रवि पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे कई मामले

केस-1

18 जनवरी 2015 बर्लिंग्टन चौराहे के पास दीप होटल के सामने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में पैसा जमा करने आई वैन से 1 करोड़ 33 लाख की लूट हुई थी। इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को जेल भेजा था लेकिन लूट की रकम बरामद नहीं हो सकी।

केस-2

मार्च 2015 हसनगंज के बाबूगंज में एचडीएफसी एटीएम में कैश फिल करने के दौरान सिक्योरिटी गार्ड संग तीन लोगों की हत्या कर लूट की गई थी। इस मामले में न रकम बरामद हुई है और ना ही असली लुटेरों का पता चला है। हालंकि पुलिस दो बार इसके खुलासे का दावा कर चुकी है।

केस-3

2019 में गाजीपुर के लक्ष्मणपुरी में एक कोरियर कंपनी के गोदाम से बड़ी रकम लूटी गई। इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया और सिर्फ 5 हजार रुपये बरामदगी दिखाई थी। आज तक न बाकी रकम मिली है और ना ही अन्य अपराधी पकड़े गए हैं।

केस-4

मार्च 2019 में कृष्णा नगर आरके ज्वैलर्स के यहां गोलीबारी कर लाखों रुपए लूटे गए थे। इसमें टिंकू कपाला गैंग का नाम आया था। इस मामले में भी न लूट की रकम मिली और ना ही टिंकू कपाला पकड़ा गया। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर 30 हजार की बरामदगी दिखाई थी।