लखनऊ (ब्यूरो)। सुशांत गोल्फ सिटी एरिया में रहने वाला एक पिता बेटी को रसूखदारों से बचाने के लिए कई माह से अफसरों, मंत्रियों के दरवाजे पर दस्तक दे रहा था। सीएम योगी को भी उसने इस संदर्भ में पत्र भेजा, लेकिन जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो उसने विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। उसने पेट्रोल खुद पर डालकर आग लगाने की कोशिश की तो वहां तैनात सुरक्षाबलों के जवानों ने उसे दौड़कर बचा लिया। हालांकि इस दौरान उसकी स्कूटी में आग लग गई।

धू-धू कर जल गई स्कूटी

सुशांत गोल्फ सिटी निवासी एक व्यक्ति करीब 4.30 बजे विधान भवन के सामने स्कूटी से आया और खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगने की कोशिश की। इसी दौरान पुलिसवालों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया। इस खींचतान में स्कूटी सड़क पर गिर गई और उसमें आग लग गई। इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक स्कूटी जलकर राख हो गई है। व्यक्ति के पैर का पंजा जल गया है। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।

दो बार कर चुका है आत्महत्या का प्रयास

पुलिस के अनुसार यह व्यक्ति दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुका है। कुछ दिन पूर्व उसने सुसाइड नोट लिखकर जान देने की कोशिश की थी। पीड़ित का आरोप है कि कुछ रसूखदारों ने उसकी नाबालिग बेटी को बंधक बना लिया है। परेशान होकर वह खुदकुशी करने जा रहा था। पीड़ित पिता के मुताबिक पिछले साल उसकी नाबालिग बेटी के साथ एक रसूखदार के बेटे ने रेप किया था। जिसका मुकदमा सुशांत गोल्फ सिटी में दर्ज है। जिसमें पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। मामला कोर्ट में है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उस मुकदमें में पीडि़ता को मजिस्ट्रेट द्वारा पिता के पक्ष में न देने के कारण ही उसने खुदकुशी का प्रयास किया है। पुलिस के मुताबिक पीड़ित की बेटी अपनी स्वेच्छा से शेल्टर होम में है। पॉक्सो कोर्ट के सामने बेटी ने पिता के साथ न जाने का बयान दिया था।