- ईडी ने स्मारक घोटाले में छापेमारी कर चौंकाया, पहली बार ईडी की छापेमारी

- निर्माण निगम के पीएम मुकेश कुमार और मार्बल सप्लायर गायत्री ट्रेडर्स पर छापा

- एनआरएचएम घोटाले में पूर्व डीजी हेल्थ एसपी राम और सीएंडडीएस के तत्कालीन एमडी पीके भूकेश का घर खंगाला

LUCKNOW:बसपा सरकार के कार्यकाल में महापुरुषों के नाम पर बनाए गये स्मारकों में हुए 1410 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े की इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट (ईडी) ने भी शुरू कर दी है। गुरुवार को ईडी की टीमों ने स्मारकों का निर्माण करने वाले उप्र राजकीय निर्माण निगम के तत्कालीन प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश कुमार और पत्थरों की सप्लाई करने वाली फर्म गायत्री ट्रेडर्स के ठिकानों पर छापेमारी की। वहीं दूसरी ओर ईडी ने आज फिर एनआरएचएम घोटाले के आरोपितों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए पूर्व डीजी हेल्थ एसपी राम और सीएंडडीएस के तत्कालीन एमडी पीके भूकेश के आवास को भी खंगाला। मालूम हो कि बुधवार को ईडी ने एनआरएचएम घोटाले में यूपी स्माल स्केल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के तत्कालीन एमडी अभय कुमार बाजपेई और सप्लायर नरेश ग्रोवर की 23.50 करोड़ की संपत्तियां अटैच की थी।

स्मारक घोटाले में ईडी की पहली कार्रवाई

स्मारक घोटाले में ईडी ने आज पहली कार्रवाई की है। मालूम हो कि राज्य सरकार ने स्मारक घोटाले की जांच विजिलेंस को सौंपी थी जिसके बाद तत्कालीन काबीना मंत्रियों बाबू सिंह कुशवाहा, नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ निर्माण निगम के 19 इंजीनियरों के खिलाफ राजधानी के गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। इसमें लखनऊ में स्मारकों का निर्माण कराने वाले प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश कुमार का नाम भी शामिल था। ईडी ने इसके बाद विजिलेंस से एफआईआर लेकर स्मारक घोटाले में मनी लांड्रिंग के सुबूत तलाशने शुरू कर दिए। जांच के बाद आज ईडी ने मुकेश कुमार के जानकीपुरम के सेक्टर जी स्थित आवास पर छापा मारा। वहीं दूसरी टीम ने स्मारकों के लिए बड़ी तादाद में पत्थरों की सप्लाई करने वाली फर्म गायत्री ट्रेडर्स के पारा रोड स्थित लक्ष्मण विहार कॉलोनी में गोदाम और आवास को खंगाला। ईडी के अफसरों ने गायत्री ट्रेडर्स के मालिक देवेंद्र सिंह से मनमाने दामों पर पत्थरों की सप्लाई और अफसरों को कमीशन दिए जाने के बारे में गहनता से पूछताछ भी की। दोनों के ठिकानों से कई संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गये है। इसके अलावा उनके बैंक खातों की जानकारी भी जुटाई गयी जिससे पता लगाया जाएगा कि उन्होंने घोटाले से जुटाई काली कमाई को किस जगह ठिकाने लगाया।

बड़े अफसरों पर सख्ती

वहंी दूसरी ओर एनआरएचएम घोटाले के आरोप में जेल जा चुके तत्कालीन डीजी हेल्थ एसपी राम के गोमतीनगर के विनीत खंड-3 स्थित आवास और सीएंडडीएस के तत्कालीन एमडी पीके भूकेश के न्यू हैदराबाद स्थित आवास को भी ईडी ने खंगाला है। दोनों ही सरकारी अधिकारी घोटाले के आरोप में जेल भी जा चुके हैं। उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। आरोप है कि एसपी राम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मनचाही फर्मो को मनमाने दामों पर दवाएं और सर्जिकल इक्विपमेंट, मॉड्यूलर ओटी, अस्पतालों के अपग्रेडेशन का काम सौंपा और करोड़ों रुपये कमीशन लिया। इसी तरह सीएंडसीएस को एनआरएचएम योजना के तहत कुछ काम सौंपे गये थे। विभाग के तत्कालीन एमडी पीके भूकेश ने अपने करीबियों को दवा सप्लाई का काम सौंपा जिसमें जमकर घोटाला किया गया। सीबीआई ने उनके खिलाफ अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की थी।