20 से 25 प्रमुख मार्केट्स शहर में

60 फीसदी मार्केट्स में प्रॉपर टॉयलेट नहीं

70 फीसदी जनता होती है परेशान

- शहर के कई मार्केट्स में प्रॉपर टॉयलेट न होने से दुकानदार-ग्राहक होते हैं परेशान

- खुले में टॉयलेट जाना पड़ता, जिम्मेदारों को देना होगा ध्यान

LUCKNOWएक तरफ तो स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा में शहर को नंबर वन पर लाने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ आलम यह है कि स्मार्ट शहर लखनऊ की कई मार्केट्स ऐसी हैं, जहां टॉयलेट व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आलम यह है कि किसी मार्केट में कहीं टॉयलेट लापता है तो कहीं बदहाल हालत में है। इसकी वजह से दुकानदारों और ग्राहकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अभियान इसी मुद्दे को लेकर अभियान शुरू करने जा रहा है। अभियान के माध्यम से मार्केट वाइज टॉयलेट की स्थिति को बयां किया जाएगा

यहां हाल खराब

भूतनाथ मार्केट हो या फिर मुंशी पुलिया मार्केट, दोनों ही जगह टॉयलेट्स की कमी है। साथ ही जहां टॉयलेट हैं भी, वहां की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। इसी तरह आलमबाग मार्केट में तो टॉयलेट ढूंढना पड़ता है। कमोवेश यही स्थिति अमीनाबाद की भी है। महानगर मार्केट में अतिरिक्त टॉयलेट की जरूरत है।

कोई मॉनीटरिंग नहीं

हैरानी की बात तो यह है कि मार्केट्स में टॉयलेट्स की क्या स्थिति है, इसकी मॉनीटरिंग करने के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं है। इसके कारण अगर कोई टॉयलेट खराब हालत में है तो उसकी कोई प्रॉपर जानकारी नहीं मिल पाती है।

पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं

मार्केट्स में प्रॉपर पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण मार्केट आने वाली महिलाओं को खासी परेशानी उठानी पड़ती है। निगम की ओर से कई स्थानों पर पिंक टॉयलेट की व्यवस्था तो कराई गई लेकिन मार्केट्स में अभी इस व्यवस्था की दरकरार है।

टॉयलेट व्यवस्था के हैं अंक

मार्च में शुरू होने जा रही स्वच्छता परीक्षा में टॉयलेट व्यवस्था के लिए अंक भी निर्धारित है। निगम प्रशासन की ओर से प्रमुख मार्गो और प्वाइंट्स के आसपास तो टॉयलेट की व्यवस्था कर दी गई है, लेकिन जरूरत है मार्केट एरिया में इस व्यवस्था को मजबूत तरीके से इंप्लीमेंट करने की।

हर किसी की डिमांड

मार्केट के व्यापारी हों या ग्राहक, हर किसी की डिमांड है कि मार्केट एरिया में प्रॉपर टॉयलेट की व्यवस्था की जाए। जिससे उन्हें शर्मिदगी का सामना न करना पड़े। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द उक्त व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए।