लखनऊ (ब्यूरो)। बरकत और रहमतों का महीना माहे रमजान शुक्रवार से शुरू हो गया है। गुरुवार को चांद की तस्दीक होने के बाद शुक्रवार को पहले रोजे का ऐलान कर दिया गया। शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास और मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने चांद की तस्दीक की। इस बार पहला रोजा तकरीबन 14 घंटे का होगा।

चांद देखने के बाद बाजारों में लौटी रौनक

गुरुवार को रमजान का चांद देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह दिखा। मगरिब की नमाज अदा करने के बाद लोग अपनी छतों पर चांद देखने आ गए। चांद देखने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को इबादतों के महीने की मुबारकबाद दी। गुरुवार को चांद दिखने के बाद बाजारों में भी रौनक लौट आई। लोग सहरी व इफ्तार का सामान लेने बाजार पहुंचे। जहां सहरी के लिए दुकानों में भीड़ रहीं, वहीं इफ्तार के लिए भी लोग खजूर, फल वगैरह खरीदने निकले।

शुरू हुआ तरावीह का दौर

रमजान का चांद दिखते ही शहर की मस्जिदों में तरावीह का दौर भी शुरू हो गया। रमजान से पहले मस्जिदों की साफ-सफाई, रंग रोगन, जानमाज वगैरह का काम पूरा हो चुका था। इस साल भी तरावीह की नमाज के लिए जामा मस्जिद ईदगाह में महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। वहीं, शहर की दूसरी मस्जिदों में भी तरावीह की नमाज शुरू हुई।

इस साल पड़ेंगे 5 जुमा

रमजान के इस मुकद्दस महीने में पांच जुमा पड़ेंगे। साल 2018 में भी रमजान के महीने में पांच जुमा पड़े थे। इस साल पहला जुमा यानि शुक्रवार 24 मार्च को होगा, वहीं आखिरी जुमा 21 अप्रैल को पड़ेगा।

सुन्नी टाइमिंग

इफ्तार : शाम 6:22 बजे

सहरी: सुबह 4:40 बजे

शिया टाइमिंग

इफ्तार: शाम 6:35 बजे

सहरी: सुबह 4:49 बजे

शुरू हुई हेल्पलाइन, आप भी पूछें सवाल

इदारा ए शरइया फिरंगीमहल हेल्पलाइन का आगाज हो गया। हेल्पलाइन में अकीदमंदों ने कई सवाल किए। सवालों के जवाब शहर काजी मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली की अध्यक्षता में हकीम और उलेमा ने दिए हैं। रमजान हेल्पलाइन पर संपर्क के लिए शाम को 2 से 4 के दरमियान मोबाइल नंबर 9335841177 और 9918117798 नंबर ओर ईमेल आईडी पर पूछ सकते हैं।

सवाल-जवाब

क्या रोजे की नियत करने के बाद टूथपेस्ट या मंजन कर सकते हैं?

-मोहम्मद राशिद, खदरा

जवाब: रोजा मकरूह हो जाएगा, अलबत्ता मिस्वाक कर सकते हैं।

बगैर सहरी के रोजा रखना कैसा है?

-परवीन बानो, कैसरबाग

जवाब: सहरी के समय उठना और सहरी करना सुन्नत है, अगर सहरी नहीं करते हैं तो रोजा हो जाएगा, लेकिन सुन्नत रह जाएगी।

क्या रोजे की हालत में इतर या सुरमा लगा सकते हैं?

-मोहम्मद आरिफ, आलमबाग

जवाब: रोजे की हालत में इतर लगा सकते हैं, सुरमा नहीं।

क्या तरावीह की नियत हर 2 रकात पर की जाएगी?

-शाकिर इमरान, बाराबंकी

जवाब: एक बार भी नियत कर लेना काफी होगा।

ब्लड प्रेशर हाई रहता है, क्या करें?

-सलीम, सआदतगंज

जवाब: नमक, चिकनाई, गोश्त वगैरह का इस्तेमाल कम कर दें। फल और सब्जी का इस्तेमाल ज्यादा करें। दवा-खमीरा आबेरेशम सादा अगर दस्तयाब हो तो ले लें।