- वेलफेयर समिति ने एलडीए से की थी लिखित शिकायत

- खाली प्लॉट में अराजतक तत्वों का रहता है जमावड़ा

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : चिनहट का विकल्प खंड इलाका वीवीआई होने के साथ-साथ बहुत ही सूनसान हैं। पूरी कॉलोनी में दो सौ आलीशान मकान बने है, लेकिन करीब डेढ़ सौ से ज्यादा खाली प्लाट पड़े हैं। जिसके चलते पूरा इलाका जंगल की तरह नजर आता हैं। यह भी एक बड़ा कारण है जिससे अराजकतत्व उसे अपने छिपने और वारदात करने के लिए मुफीद बनाते हैं। कॉलोनी के खाली प्लाट को लेकर वहां की वेलफेयर सोसाइटी ने एलडीए में आरटीआई भी लगाई थी और उन्हें शिकायत भी की थी। खाली प्लाट मालिकों को तलाश कर उन्हें नोटिस दी जाए।

घने जंगल में तब्दील हो गई कॉलोनी

विकल्प खंड कॉलोनी किसी घने जंगल की तरह तब्दील हो गई। जिसके चलते न तो वहां गश्त होती है और न ही कोई आना जाना जाता है। इसकी का फायदा अराजकतत्व उठाते हैं और वारदात को अंजाम देकर बहुत आराम से फरार हो जाते हैं। कुछ दिन पहले बाइक चोरी के साथ-साथ करीब डेढ़ साल पहले इलाके में स्थिति एक गेस्ट हाउस के बगल के मकान में भी बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था।

एलडीए से की थी शिकायत

विकल्पखंड वेलफेयर सोसाइटी के महासचिव राजकुमार सिंह ने बताया कि कॉलोनी में आगे मकानों का ही निर्माण हुआ है जबकि आधे से अधिक 10 से 15 सालों से खाली पड़े हैं। खाली प्लाट पूरी तरह जंगल में तब्दील हो गए। हर प्लाट दो हजार स्कवॉयर फिट से ज्यादा की जमीन पर हैं। खाली प्लाट में जंगल होने से अराजकतत्वों के छिपाने की मुफीद जगह हैं। इसे लेकर एलडीए में शिकायत भी की गई। इसके अलावा आरटीआई लगाकर उनके मालिकों का पता लगाकर नोटिस भेजने की भी शिकायत की गई थी। ताकि वह खाली प्लाट का निर्माण कराए या फिर उनकी सफाई कराए। रात के अधेरे में छिपकर बदमाश खाली प्लॉट का सहारा लेकर आस-पास के बने मकानों में दाखिल होते हैं।