- नगर निगम ने पूर्व मंत्री आजम खान की बहन से आवास लिया वापस

LUCKNOW

नोटिस की अवधि पूरी होते ही नगर निगम की टीम ने सोमवार सुबह पूर्व मंत्री आजम खान की बहन निकहत अफलाक को रिवर बैंक कॉलोनी में आवंटित आवास ए 2/1 सील कर अपने कब्जे में लिया। अब नगर निगम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरों का ताला तोड़कर वहां रखे सामान की नीलामी कराएगा।

अंदर के कमरों में ताले

कार्रवाई से पहले मौके पर निगम टीम ने एनाउंसमेंट भी कराया। जब घर के अंदर से आवाज नहीं आई तो टीम ने मुख्यद्वार पर लगे गेट के कुंडे को उखाड़ दिया और अंदर प्रवेश कर गई। अंदर के कमरों में ताले लगे थे, जबकि पीछे वाले रास्ते का गेट खुला था। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि विधिक प्रक्रिया को अपनाते हुए ही कार्रवाई की गई है। पहले निकहत अफलाक को नोटिस दिया था। उनकी दलीलों को भी सुना गया। जांच में पाया गया कि आवंटन नियम विरुद्ध था।

प्रतिनिधि ने की अभद्रता

अपर नगर आयुक्त डॉ.अर्चना द्विवेदी की अगुआई में जोनल अधिकारी दिलीप कुमार डे, अवर अभियंता किशोरी लाल समेत प्रवर्तन व पुलिस टीम रिवर बैंक कॉलोनी के आवास संख्या ए-2/1 पहुंची थी। इस दौरान खुद को निकहत का प्रतिनिधि बताने वाले ने नगर निगम की अपर नगर आयुक्त से अभद्रता भी की। नगर निगम ने पूर्व में दिए नोटिस के आधार पर आवास का आवंटन 14 अक्टूबर को निरस्त करते हुए 15 दिन में उसे खाली करने का नोटिस आजम की बहन को भेजा था।

इसलिए की गई कार्रवाई

नगर निगम नोटिस में आरोप था कि रामपुर में शिक्षिका पद से सेवानिवृत्त निकहत अफलाक अब रामपुर में अपने स्थायी आवास पर ही रहती हैं। निकहत अफलाक को तत्कालीन नगर विकास मंत्री रहे आजम खान के कार्यकाल में वर्ष 2007 में आवास आवंटित किया गया था। पांच हजार वर्गफीट में बने इस आवास का किराया एक हजार प्रति माह निर्धारित किया था।

निकहत की दलील

निकहत ने नगर निगम के नोटिस को भ्रामक बताते हुए कहा था कि वह सुविधानुसार रिवर बैंक कॉलोनी के आवास का उपयोग करती हैं। वर्ष 2021 तक उसका आवास का किराया और हर माह बिजली का बिल भी जमा हो रहा है। उनके पास अपना कोई निजी भवन भी नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि नितांत भ्रामक एवं मिथ्या कथनों के आधार पर आवास का आवंटन निरस्त का नोटिस दिया गया है।