लखनऊ (ब्यूरो)। इसबार चैत्र नवरात्रि बेहद शुभ योग के साथ शुरू हो रही है। नल नामक नूतन सम्वत्सर 2080 व वासंतिक नवरात्रि माहात्म्य आज यानि बुधवार से प्रारंभ हो रहा है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नूतन वर्ष का आरंभ होता है। इस वर्ष के राजा बुध व मंत्री शुक्र हैं। इसबार मां नाव पर सवार होकर आ रही हैं, जो बेहद शुभ माना जाता है। इसका मतलब बारिश अधिक होगी। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय ने दी।

शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना

नल नामक सम्वत्सर व वासंतिक नवरात्रि का आरंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि बुधवार की रात 9:24 तक रहेगी। बुधवार का दिन व वर्ष का आरंभ उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में हो रहा है। इस वर्ष की नवरात्रि पूरे नौ दिनों की है। बुधवार से प्रारंभ होकर गुरुवार 30 मार्च को पूर्णाहूति होगी। कलश स्थापना मुहूर्त सूर्योदय के बाद सुबह से लेकर सूर्यास्त पर्यंत तक है। प्रतिपदा तिथि रात्रि 9:24 तक रहेगी। विशेष मुहूर्त सुबह 8:50 से 10:45 तक रहेगा। कलश स्थापना के बाद मां भगवती का पूजन षोडशोपचार वा पञ्चोपचार कर दुर्गासप्तशती का पाठ मंत्र का जप करें।

व्यापारियों के लिए वर्ष उत्तम

ज्योतिषाचार्य राकेश पांडेय के मुताबिक, ज्योतिषीय ग्रहयोगानुसार बुध ग्रह इस वर्ष के राजा व शुक्र मंत्री हैं। ऐसे में इस वर्ष गणित व विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिकों के द्वारा कुछ विशेष अविष्कार होने का प्रबल योग बन रहा है। छोटे व बड़े वर्ग के विभिन्न क्षेत्रों के समस्त व्यापारी वर्गों के लिए यह वर्ष बहुत ही शुभ रहेगा। नृत्य कला व संगीत के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए यह वर्ष काफी सुखद होगा।

मंत्र का जाप करें

शांति के लिए भगवान शिव की उपासना श्रेयस्कर होगी। साथ ही साथ मां भगवती का ध्यान कर जयंती मङ्गला काली भद्र काली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते मंत्र का मानसिक जप करते रहें है व दुर्गा सप्तशती का निष्ठा पूर्वक नित्य पाठ करें। जिससे सम्पूर्ण जनमानस का कल्याण होगा।

राशियों पर प्रभाव

मेष, वृष, मकर, तुला, धनु और कुंभ राशि के जातकों को ये नवरात्रि विशेष फल देगी। जबकि, मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि के लिए मध्यम फल प्राप्त होंगे।

व्रत व पूजन सामग्री की खरीदारी तेज

व्रत और पूजन के सामान की दुकानें बाजारों में सज चुकी हैं। मंगलवार शाम से ही फलों और व्रत के सामान के रेट में भी उछाल आ गया है। सेब, केला, मौसमी, पपीता, चुनरी, माला आदि की डिमांड बढ़ गई है। पूजन सामग्री में करीब 15 फीसद तक की तेजी आई है।

फल और पूजन सामग्री के रेट

सामग्री दाम

अनार 110 से 130 रुपए किलो

सेब 120 से 150 रुपए किलो

पपीता 50 से 60 रुपए किलो

संतरा 60 से 70 रुपए किलो

नारियल 50 से 60 रुपए पीस

साबूदाना 60 से 70 रुपए किलो

कुट्टू का आटा 120 से 140 रुपए किलो

सिंघाड़े का आटा 140 से 150 रुपए किलो

मूंगफली 100 से 130 रुपए किलो

चुनरी 50 रुपये से शुरू

हवन सामग्री 50 से 200 रुपए पैकेट