- दो भूखंडों पर पूर्व सांसद के पिता का था दावा

- आठ घंटे की कार्रवाई में मुक्त कराई गई 9418.87 वर्ग मीटर भूमि

PRAYAGRAJ: पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद के खिलाफ रविवार को फिर बड़ी कार्रवाई की गई। अतीक के अवैध कब्जे से लूकरगंज में तीन बड़े नजूल भूखंडों को (कुल क्षेत्रफल 9418.87 वर्ग मीटर) खाली करा लिया गया। कार्रवाई करीब आठ घंटे चली। इन भूखंडों की कामर्शियल वैल्यू (व्यावसायिक मूल्य) 92800 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। इस आधार पर कुल कीमत 88 करोड़ रुपये है।

डीएम ने कर दिया था खारिज

लूकरगंज में मदनानी हॉस्पिटल के समीप दो भूखंडों पर अतीक के पिता स्व। हाजी फिरोज अहमद ने वर्षों पूर्व दावा किया था, जिसे तत्कालीन डीएम ने खारिज कर दिया था। दोनों भूखंड मौके पर एक हैं। दावा निरस्त होने के बावजूद पूर्व सांसद का इन भूखंडों पर अवैध कब्जा बरकरार रहा। चारों तरफ से बाउंडी घेरकर और गेट लगवाकर उसमें ताला जड़ दिया गया था। समीप ही लीजधारक डेविड के निधन के बाद उसकी जमीन पर करीब 25-30 साल पहले दबंगई से कब्जा कर लिया गया था। इस जमीन की लीज अवधि भी वर्षों पहले समाप्त हो चुकी थी। सुबह करीब 10.30 बजे पहुंचे प्रशासन की टीम ने लगभग ढाई बजे तक मदनानी हॉस्पिटल के समीप भूखंडों को खाली कराया गया। फिर करीब साढ़े छह बजे तक डेविड वाली जमीन खाली करा ली गई। जिन भूखंडों पर अतीक के पिता ने दावा किया था। उस पर निर्माण नहीं था। अलबत्ता झाडि़यां और बड़े पेड़ थे। पीडीए के विशेष कार्याधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि झाडि़यों और जंगली पेड़ों को जेसीबी से गिरवा दिया गया। बड़े पेड़ों को यथावत है। बाउंड्रीवाल नहीं गिरवाई गई। जमीन कब्जे में लेने के बाद गेट पर ताला लगवा दिया गया है।

आधा दर्जन जर्जर कमरे ढहाए गए

नजूल भूखंड संख्या 3,3ए डेविड को लीज पर दी गई थी। इस जमीन पर करीब 100 वर्ष पुराना जर्जर भवन था, जिसमें आधा दर्जन कमरे थे। उन कमरों को जेसीबी से गिरवाया गया। डेविड का कोई उत्तराधिकारी नहीं था। इस भूखंड की कीमत करीब 29 करोड़ रुपये है और भूखंड संख्या 19 तथा 65 की कीमत लगभग 59 करोड़ रुपये। इन दोनों भूखंडों का क्षेत्रफल मौके पर कम मिला।