लखनऊ (ब्यूरो)। पावर कारपोरेशन की ओर से नियामक आयोग में दाखिल किए गए संशोधित कॉस्ट डेटा बुक में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है, जिससे साफ है कि आम जनता की बिजली कनेक्शन की नई दरों में 30 से 35 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी तय है। इतना ही नहीं, बड़ी चालाकी से पावर कारपोरेशन ने नई उपभोक्ता सामग्री की दरों में जीएसटी को सम्मिलित करके कॉस्ट डाटा बुक में जीएसटी सम्मिलित नहीं लिखा है, जो उपभोक्ताओं के साथ चीटिंग है। छोटे व बड़े उद्योगों की सिक्योरिटी राशि में 50 से 100 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया गया है, जिससे उद्योगों के लिए नए कनेक्शन की दरों में 100 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि होना तय है। फिलहाल अब उपभोक्ता परिषद की ओर से आयोग द्वारा बुलाई जाने वाली सप्लाई कोड रिव्यू पैनल की बैठक में बढ़ोत्तरी का विरोध किया जाएगा।

कोई बदलाव नहीं किया गया

पावर कारपोरेशन ने चौथी बार 11 सितंबर 2023 के बाद अब अक्टूबर 2023 में एक बार फिर पावर कॉरपोरेशन की तरफ से संशोधित कॉस्ट डाटा बुक का एक प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग में दाखिल कर दिया गया है। जिसमें कोई खास नया बदलाव नहीं किया गया है। जबकि उपभोक्ताओं को यह उम्मीद थी की पावर कारपोरेशन ने जो छोटे उद्योग व बड़े उद्योगों के लिए नए कनेक्शन की दरों में बिजली उपभोक्ताओं की सिक्योरिटी राशि में 50 से 100 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़ोत्तरी प्रस्तावित की थी, उसमें बदलाव होगा लेकिन कहीं भी कोई बदलाव सामने नहीं दिख रहा है।

परिषद करेगा विरोध

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कोड रिव्यू पैनल के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि जल्द ही जब रिव्यू पैनल सब कमेटी की बैठक आयोग बुलाएगा, उसमें उपभोक्ता परिषद जो भी व्यावहारिक दरें नहीं हैं, उसका विरोध करेगा। सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला यह है कि पावर कारपोरेशन ने जो छोटे उद्योगों, बड़े उद्योगों व इलेक्ट्रिक व्हीकल की सिक्योरिटी की दरों में 50 से 100 प्रतिशत से भी ज्यादा तक बढ़ोत्तरी प्रस्तावित की है, उसे आने वाले समय में उद्योगों व छोटे उद्योगों के नए कनेक्शन की दरों में व्यापक बढ़ोत्तरी हो जाएगी।

ये बढ़ोत्तरी है प्रस्तावित

श्रेणी वर्तमान दर प्रस्तावित दर (बढ़ोत्तरी)

स्मॉल एंड मीडियम पावर 1350 रु प्रति किलोवाट 3000 रु प्रति किलोवाट 12 प्रतिशत

नॉन इंडस्ट्रियल लोड 4500 रु प्रति किलोवाट 6000 रु प्रति किलोवाट 33 प्रतिशत

लार्ज एंड हैवी 2200 रु प्रति किलोवाट 5000 रु प्रति किलोवाट 127 प्रतिशत

चार्जिंग सबस्टेशन 400 रु प्रति किलोवाट 3000 रु प्रति किलोवाट 650 प्रतिशत