- सभी बागियों को एक प्लेटफार्म पर लाना है चुनौती

- बब्बू खां और अब्दुल मन्नान नहीं जाएंगे मौर्या के साथ

-बागी विधायकों और प्रत्याशियों के सहारे टिका है मौर्या की पार्टी का भविष्य

LUCKNOW: बसपा से बागी हुए स्वामी प्रसाद मौर्या के लिए नया दल बनाने की रहा आसान नहीं नजर आ रही है। साथ ही सभी बागियों को एकजुट करना भी इतना आसान नहीं जिनको साथ लेकर किसी पार्टी में विलय किया जा सके। मौर्या का दावा है कि बड़ी संख्या में बसपा के पूर्व व वर्तमान विधायक उनके साथ हैं, लेकिन हकीकत यह है कि महज पांच विधायक ही उनका समर्थन कर रहे हैं। इन हालात में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी एक जुलाई को बुलाई गयी बैठक के बाद मौर्या क्या रणनीति तय करते हैं।

बब्बू खां लड़ेंगे निर्दल चुनाव

बीएसपी से हाल ही में निलंबित किये गये पीलीभीत से पूर्व विधायक आसिफ खां उर्फ बब्बू खां ने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ना जाने का फैसला किया है। बब्बू खां के एक करीबी ने बताया कि वह निर्दल चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बब्बू खां का नाम मौर्या ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान लेते हुए कहा था कि बीएसपी से जो भी प्रताडि़त किये गये हैं उनमें से अधिकतर लोग उनके साथ हैं।

मन्नान का भी नहीं साथ

स्वामी प्रसाद मौर्या को हरदोई के कद्दावर नेता अब्दुल मन्नान और अब्दुल हन्नान का भी समर्थन नहीं मिलेगा। अब्दुल मन्नान ने आईनेक्स्ट के साथ बातचीत में कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य क्या कर रहे हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। एक जुलाई को होने वाली बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया है। मन्नान ने कहा कि फिलहाल वह किसी के साथ नहीं जा रहे। इस पर आने वाले दिनों में फैसला करेंगे।

कई विधायकों को मायावती ले चुकी हैं वापस

जिन विधायकों का स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन मिलने की उम्मीद थी उनमें हाल ही में बसपा से निकाले गये दो विधायक रोमी साहनी और बृजेश वर्मा का नाम भी था। इन दोनों ही विधायकों का स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ जाना तय माना जा रहा था। इसकी गुंजाइश नजर आते ही मायावती ने तत्काल दोनों का निलंबन वापस करते हुए पार्टी में वापस ले लिया। मालूम हो कि बृजेश वर्मा का टिकट काट कर मायावती ने बृजेश पाठक को दे दिया था। हालांकि टिकट के मसले पर अभी इन दोनों ही विधायकों को कोई आश्वासन बसपा की ओर से नहीं दिया गया है।

कई पूर्व प्रत्याशी मौर्या के साथ

वहीं सूत्रों का कहना है कि ऐसे दर्जन भर प्रत्याशी जिनको बसपा ने पहले टिकट दिया था और बाद में बदल दिया, वह स्वामी प्रसाद मौर्य के टच में हैं। माना जा रहा है कि एक जुलाई को गोमती नगर के एक स्कूल में होने वाली मीटिंग में अधिकतर प्रत्याशी मौजूद होंगे, जिनका टिकट काट दिया गया है। 2017 के इलेक्शन में जिन विधायकों का टिकट काटा गया उनमें हरदोई से विधायक बृजेश वर्मा, वाराणसी से विधायक उदय लाल मौर्य, जालौन से विधायक संतराम कुशवाहा, ललितपुर से विधायक रमेश कुशवाहा के अलावा सत्येंद्र राजभर, रमा शंकर विद्यार्थी, भीम राजभर, मोहन राजभर, भीम निषाद, अनिल मौर्य, सुजीत मौर्य, बलराम मौर्य, अरविंद मौर्य, लाखन सिंह सैनी, बलराम सिंह सैनी, विनय शाक्य, राजेश कुशवाहा का नाम शामिल है।