लखनऊ (ब्यूरो)। रोजाना शहर के किसी न किसी एरिया से बिजली संकट की भयावह तस्वीर देखने को मिल जाती है। बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक घनी आबादी वाले लालकुआं एरिया में भी बिजली संकट छाया रहा। रात भर बिजली न आने की वजह से एक तरफ तो लोगों को रतजगा करने को मजबूर होना पड़ा, वहीं दूसरी तरफ सुबह बिजली न आने की वजह से पानी संकट का भी सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि बुधवार रात करीब 12.30 बजे बिजली चली गई। उम्मीद थी कि 10-15 मिनट में बिजली आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्थानीय लोगों ने 1912 पर कंपलेन भी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। देखते-देखते पूरी रात गुजर गई और बिजली नहीं आई। लालकुआं में सुबह छह बजे के आसपास जलापूर्ति की जाती है। बिजली न आने की वजह से लोगों को पानी के लिए भी तरसना पड़ा। लोगों ने बताया कि रात में गई बिजली शुक्रवार सुबह 9.30 बजे आई। इसके बाद ही राहत मिली। दरअसल, ट्रांसफॉर्मर में खराबी आने की वजह से बिजली संकट खड़ा हुआ था।

दो दिन से लगातार ट्रिपिंग

इंदिरानगर के कई इलाकों में भी रात के वक्त ट्रिपिंग की समस्या सामने आ रही है। रात 12 बजते ही ट्रिपिंग शुरू हो जाती है, जो करीब एक घंटे तक जारी रहती है। इसी तरह पुराने लखनऊ में भी लोगों को बिजली की आवाजाही का सामना करना पड़ रहा है।

अधिक खपत से हांफ रहे ट्रांसफार्मर

भीषण गर्मी के कारण घरों में बिजली की खपत बढ़ गई है। आलम यह है कि ज्यादातर उपभोक्ता निर्धारित लोड से डेढ़ से दो गुना अधिक खर्च कर रहे हैं। जिससे सीधा असर ट्रांसफॉर्मरों पर पड़ रहा है और ट्रांसफॉर्मर फुंक रहे हैं। अब महकमे की ओर से नए सिरे से सभी इलाकों में लोड चेकिंग का काम शुरू किया जा रहा है। इंदिरानगर के बी ब्लाक में सोमवार की रात 12 घंटे बिजली गुल रही थी, क्योंकि यहां 630 केवीए के ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग के बाद आग लग गई थी। महकमे की टीम तत्काल मेंटीनेंस में लग गई थी, इसके बावजूद बिजली आने में 12 घंटे लग गए। इसी तरह बुधवार देर रात एक बजे के आसपास खदरा में 400 केवीए का ट्रांसफार्मर आग का गोला बन गया था। यहां दूसरा ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली चालू करने में घंटों लग गए। अहिबरनपुर बिजली उपकेंद्र से पोषित मदेयगंज में भी ट्रांसफार्मर में आग लग गई थी। गोमती नगर के विनय खंड में भी ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। इससे उपभोक्ताओं को घंटों बिजली संकट का सामना करना पड़ा था।