- 14 को एमबीबीएस व 15 को बीडीएस के लिए प्रस्तावित थी परीक्षा

- मेडिकल और डेंटल कॉलेजों की एसोसिएशन ने किया एलान

LUCKNOW: सुप्रीम कोर्ट द्वारा नीट की अनिवार्यता के बाद अब प्रदेश के निजी मेडिकल और डेंटल कालेजों ने भी अपनी 14 व 15 मई को प्रस्तावित प्रवेश परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। इन परीक्षाओं के लिए 50 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। मेडिकल कालेजों की एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर अगले आदेशों तक, तो डेंटल कालेज एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर अनिश्चितकाल के लिए परीक्षा स्थगन की सूचना जारी की है।

चार हजार से अधिक हैं सीटे

यूपी में 17 प्राइवेट मेडिकल और 23 प्राइवेट डेंटल कॉलेज हैं। इनमें लगभग चार हजार सीटे हैं। ये कॉलेज एडमिशन के लिए सीपीएमटी से सीटें न लेकर अपनी अलग परीक्षा आयोजित कराते थे। सिर्फ नाम के लिए ली जाने वाली परीक्षा में लगभग सभी छात्र छात्राएं पास भी हो जाते थे। इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश अनएडेड मेडिकल कॉलेज वेलफेयर एसोसिएशन ने 14 मई और बीडीएस के लिए एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट मेडिकल एंड डेंटल कॉलेज ऑफ उत्तर प्रदेश ने 15 मई को परीक्षा की तैयारी की थी। जिनके लिए लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।

अनिश्चितकाल के लिए टाला

लेकिन इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा निजी कॉलेजों में प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) को अनिवार्य कर दिया। निजी कॉलेजों ने दस दिन तक सर्वोच्च न्यायालय की सुनवाई में उम्मीद लगाए रखी लेकिन दो दिन पहले कोर्ट की ओर से आए आदेशों ने इनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जिसके बाद सोमवार को इन प्राइवेट मेडिकल व डेंटल एसोसिएशन ने प्रवेश परीक्षा न कराने का फैसला कर लिया। मेडिकल कालेजों की एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर अगले आदेशों तक, तो डेंटल कालेज एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर अनिश्चित काल के लिए परीक्षा स्थगन की सूचना जारी की है।