लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में पर्यटन के लिहाज से पौराणिक और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए काम किया जा रहा है। जिसके तहत नैमिषारण्य धाम के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। जिसे एकेटीयू से संबद्ध आर्किटेक्चर कॉलेज द्वारा तैयार किया गया है। इसमें गोमती घाट का विस्तार, रिवर फ्रंट, गोमती आरती समेत मठ और कनेक्टिविटी का काम किया जायेगा। पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव के मुताबिक, जल्द ही प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा जायेगा।

ट्रेडिशनल शैली में होगा विकास

नैमिषारण्य, राजधानी लखनऊ से करीब 80 किमी की दूरी पर स्थित हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की डीन एंड प्रिंसिपल डॉ। वंदना सहगल ने बताया कि नैमिषारण्य धाम के विकास के लिए पूरा प्लान तैयार किया गया है, जिसे ट्रेडिशनल शैली में डेवलप किया जायेगा, जिसमें सैंड स्टोन और यलो स्टोन से तैयार किया जायेगा। इसे आगे के 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसके लिए माइक्रो और मैक्रो लेवल पर तैयार किया गया है, जिसके तहत यहां तक पहुंचने के लिए रोड नेटवर्क, ब्रिज की संख्या को बढ़ाने से लेकर कनेक्टिविटी के अन्य साधनों पर जोर दिया गया है।

रिवर फ्रंट के तर्ज पर होगा विकास

इसके अलावा पांच कौसी, 14 कौसी और 84 कौसी यात्रा मार्ग का विकास किया जायेगा। साथ ही मेडिटेशन सेंटर, घाटों का जीर्णोद्धार और विस्तार, गंगा आरती के तर्ज पर गोमती आरती का आयोजन, सभी पौराणिक कुंडों का जीर्णोद्धार का भी काम किया जायेगा। इसके अलावा अगर अलग-अलग प्रदेशों की सरकारें यहां मठ या गेस्ट हाउस आदि बनाना चाहें, तो उसके लिए भी व्यवस्था की जायेगी, ताकि यहां आने वाले यात्रियों के रहने की भी व्यवस्था हो सके। यहां करीब 1.50 लाख से अधिक लोग दर्शनों के लिए आते है। ऐसे में दर्शनार्थियों के रहने और खानपान की पूरी व्यवस्था हो सकेगी।

जल्द बनेगा डीपीआर

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि नैमिषारण्य धाम के विस्तार के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसके आधार पर जल्द ही डीपीआर बनाने का काम किया जायेगा। इसमें पूरे धाम समेत आसपास के क्षेत्र का पूरा विकास किया जायेाग, ताकि लोग आसानी से यहां आकर दर्शन कर सकें। धार्मिक व पौराणिक पर्यटन के लिहाज से यह काफी फायदेमंद होगा। क्षेत्र का विकास होने से पर्यटन और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। शासन से मंजूरी मिलते ही इसपर काम शुरू कर दिया जायेगा।

नैमिषारण्य धाम के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत गोमती आरती, रिवर फ्रंट समेत कई अन्य कार्य कराए जाएंगे। जल्द डीपीआर तैयार किया जायेगा।

- मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव पर्यटन