लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर अस्पताल में मरीजों को अब 24 घंटा जांच रिपोर्ट मिल सकेगी। मरीजों को अगले दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह व्यवस्था शुक्रवार से लागू कर दी गई है। बलरामपुर अस्पताल में रोजाना 3 हजार से अधिक मरीज ओपीडी में आते हैं, जिसमें हजार से अधिक की ब्लड समेत अन्य तरह की जांचें होती हैं। यहां की पैथोलॉजी व रीजनल डायग्नोस्टिक सेंटर (आरडीसी) में खून समेत दूसरी जांचें हो रही हैं। अभी पैथोलॉजी में जांच कराने वालों को 24 घंटे में रिपोर्ट मिल रही थी। पर आरडीसी में जांच कराने वालों को शाम तीन बजे या फिर अगले दिन रिपोर्ट मिल पाती थी।

मरीजों को मिलेगी राहत
आरडीसी में थायराइड, विटामिन, डायबिटीज की एचबीएवनसी, पीसीआर और हिस्टो पैथोलॉजी समेत अन्य जांच की जाती हैं। रिपोर्ट देरी से मिलने की वजह से दूसरे अस्पताल रेफर होने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं, क्योंकि रिपोर्ट लेने के लिए अगले दिन दोबारा आना पड़ता है। इसी समस्या को दूर करने के लिए निदेशक डॉ। रमेश गोयल ने नई सुविधा शुरू की है। उन्होंने बताया कि अब पैथोलॉजी से आरडीसी में होने वाली जांच की रिपोर्ट का वितरण होगा। इसके लिए मरीज को बारकोड लगा पर्चा ले जाना होगा। उसे स्कैन करने के बाद रिपोर्ट मरीज को दी जाएगी।

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केजीएमयू में 2 से 4 फरवरी तक रहेगी नैक टीम
केजीएमयू द्वारा नैक निरीक्षण को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। इसी के साथ नैक की ओर से निरीक्षण की तारीख 2-4 फरवरी तक जारी कर दी गई है। विश्वविद्यालय के पास इस समय नैक का ए ग्रेड है। इसमें सुधार को लेकर अब कड़ी परीक्षा देनी है। केजीएमयू में इस समय शिक्षकों के करीब 100 पद खाली हैं। इनके पद विज्ञापित हो चुके हैं, लेकिन अभी भी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में नैक निरीक्षण के दौरान यह भी एक बड़ा मुद्दा रहेगा। प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह के मुताबिक, नैक निरीक्षण की तारीख आ चुकी है। केजीएमयू में इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। हमें पूरा विश्वास है कि इसबार बेहतर रैकिंग हासिल होगी।