लखनऊ (ब्यूरो)। अभी तक राजधानी का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 220 से 270 के बीच चल रहा था। जबकि बुधवार को एक्यूआई 143 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। सात दिसंबर को राजधानी का एक्यूआई 121 दर्ज किया गया था, जबकि छह दिसंबर को एक्यूआई 168 दर्ज किया गया था।
ये इलाके डेंजर जोन से बाहर
तालकटोरा, अलीगंज, लालबाग, कुकरैल पिकनिक स्पॉट आदि इलाकों में एयर पॉल्यूशन की स्थिति चिंताजनक थी। तालकटोरा और लालबाग एरिया में तो एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया था। पिछले महीने तालकटोरा का एक्यूआई 400 का आंकड़ा भी पार कर चुका है। वहीं अब ये सभी इलाके फिलहाल पॉल्यूशन के डेंजर जोन से बाहर आ चुके हैैं।
एरिया एक्यूआई
तालकटोरा 158
लालबाग 197
पिकनिक स्पॉट 134
गोमतीनगर 152
अलीगंज 101
अंबेडकर यूनिवर्सिटी 110
(आंकड़े बुधवार शाम 5 बजे के हैैं।)

200 के नीचे एक्यूआई
अगर एक्यूआई का आंकड़ा 200 के नीचे है तो माना जा सकता है कि हवा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों से साफ है कि किसी भी एरिया का एक्यूआई 200 के पार नहीं गया है। दो इलाके तो ऐसे हैैं, जहां का एक्यूआई 100 के करीब रहा है।
पिछले महीने ये थी स्थिति
पिछले महीने के उक्त आंकड़ों से आप खुद अंदाजा लगा सकता है कि राजधानी के इलाकों में एयर पॉल्यूशन किस लेवल तक पहुंच गया था।

शाम 6 बजे
एरिया एक्यूआई
बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी 304
अलीगंज 343
गोमतीनगर 151
कुकरैल 203
लालबाग 336
तालकटोरा 413

दोपहर एक बजे
एरिया एक्यूआई
बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी 317
अलीगंज 333
गोमतीनगर 158
कुकरैल 216
लालबाग 371
तालकटोरा 403

सुबह आठ बजे
एरिया एक्यूआई
बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी 323
अलीगंज 332
गोमतीनगर 175
कुकरैल 226
लालबाग 376
तालकटोरा 412

ये है वजह
1-पानी का छिड़काव
निगम की ओर से इस समय लगातार सभी पॉल्यूशन प्रभावित एरियाज में एयर और जमीन पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। इसकी वजह से डस्ट पार्टिकल समाप्त हो रहे हैैं। इस कार्य में 40 वॉटर टैैंकर, नौ मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन और 8 एंटी स्मोग-स्प्रिंकलर मशीन लगाई गई हैैं।
2-मलबे का उठान
निगम प्रशासन की ओर से सभी आठ जोन में रोड साइड पड़े मलबे को भी उठाया जा रहा है। इसकी वजह से धूल उडऩे संबंधी समस्या काफी हद तक कम हुई है। इसके साथ ही रोड साइड मलबा फेंकने वालों के खिलाफ भी जुर्माना लगाया जा रहा है।
3-कंस्ट्रक्शन साइट्स कवर
जिला प्रशासन और नगर निगम के संयुक्त प्रयास से राजधानी में लगभग सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स को ग्रीन मैट से कवर किया गया है। इसकी वजह से डस्ट नहीं उड़ रही है। इसकी वजह से भी हवा की गुणवत्ता मेनटेन हो रही है।
4-स्मॉग हुआ कम
हाल में ही राजधानी में पॉल्यूशन के बढऩे की मुख्य वजह स्मॉग थी। पिछले तीन से चार दिन की बात की जाए तो स्मॉग की समस्या खासी कम हुई है। इसकी वजह से भी एयर क्वालिटी मेनटेन हुई है।

रोड साइड पड़े मलबे का उठान कराए जाने के साथ ही सभी इलाकों में नियमित रूप से पानी का छिड़काव भी कराया जा रहा है।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त