कोरोना के खिलाफ योगी का मोर्चा, मैदान में उतारे मुख्य सचिव

- प्रभार वाले जिलों में पांच दिन कैंप करेंगे सभी नोडल अधिकारी

- नई एंबुलेंस खरीदने के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव

रुष्टयहृह्रङ्ख : कोरोना संक्रमण लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। बेकाबू होते हालात में सीएम योगी आदित्यनाथ ने नए सिरे से रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। मंडलवार व्यवस्थाओं की स्थलीय समीक्षा के लिए मुख्य सचिव आरके तिवारी को मैदान में उतारने के साथ ही सभी नोडल अधिकारियों को पांच दिन प्रभार वाले जिलों में कैंप करने को कहा गया है। साथ ही सोमवार से प्रदेश में टे¨स्टग क्षमता प्रतिदिन एक लाख करने का निर्देश भी योगी ने दिए है।

सीएम योगी ने की समीक्षा

सीएम ने शनिवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को शनिवार को कानपुर नगर व झांसी और रविवार को प्रयागराज व मीरजापुर मंडल में मौके पर जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। यह समीक्षा बैठक उन्होंने मेडिकल कॉलेज या स्वास्थ्य केंद्र में करने को कहा। वहां कॉन्टैक्ट ट्रे¨सग, डोर-टू-डोर सर्वे, संक्रमण की ²ष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट, एंबुलेंस व्यवस्था, एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पताल, कोविड बेड की संख्या, एल-1 अस्पताल में कुछ बेड पर ऑक्सीजन, एल-2 कोविड अस्पताल में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन, कुछ बेड पर वेंटीलेटर, एल-3 कोविड अस्पताल में कोमॉरबिडिटी वाले रोगियों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की उपलब्धता, मेडिकल कॉलेजों सहित सभी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा राउंड लिए जाने, होम आइसोलेशन व पेड आइसोलेशन की व्यवस्था की समीक्षा करने को कहा गया।

एक्शन प्लान हर जिले में हो लागू

सीएम ने इन समीक्षा बैठकों की रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में निर्देशित ¨बदुओं पर कार्ययोजना तैयार कर मंडलायुक्तों के जरिये प्रत्येक जिले में इसे लागू कराने को भी कहा गया। सीएम ने रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ाकर एक लाख प्रतिदिन करने के लिए कहा। इसके लिए प्रति दस दिन में दस लाख टे¨स्टग किट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए कार्यो का नियोजन किया जाए। प्रत्येक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अलग-अलग जिम्मेदारी देने और इस व्यवस्था की प्रतिदिन निगरानी के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेटा फी¨डग में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने नई एंबुलेंस खरीदने और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अतिरिक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए।

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रोजगार एवं सेवायोजन पोर्टल की जिलेवार निगरानी

मुख्यमंत्री ने श्रमिक व कामगारों को रोजगार देने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रोजगार एवं सेवायोजन के पोर्टल की निगरानी के लिए जिलों में अलग से एक टीम गठित की जाए। जरूरत के अनुसार बैंकर्स के साथ बैठक करें। उन्होंने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन को इस काम की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी।

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