लखनऊ (ब्यूरो)। लखनवाइट्स का रुझान इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर लगातार बढ़ रहा है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और कारों की बिक्री में आई तेजी से यह बात साफ भी हो जाती है। यंगस्टर्स के बीच इलेक्ट्रिक बाइक्स का क्रेज ज्यादा देखने को मिल रहा है। इसका प्रमुख कारण यह है कि बाइक की रफ्तार तेज होती है, पैसा बचता है, साथ ही एयर पॉल्यूशन भी नहीं होता है। आरटीओ प्रशासन के मुताबिक, राजधानी की सड़कों पर इस समय 4 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक टू और फोर व्हीलर दौड़ रहे हैं।

लगातार बढ़ रही ईवी की संख्या

परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में ईवी रजिस्ट्रेशन की संख्या लगातार बढ़ रही है। अबतक राजधानी में करीब 4 हजार से अधिक ईवी रजिस्टर्ड हो चुकी हैं। 2022 में जहां टू-व्हीलर के 1678 रजिस्ट्रेशन हुए। वहीं, 2023 सितंबर तक यह आंकड़ा बढ़कर 3 हजार से अधिक का हो चुका है। इसके अलावा, 2022 में 35 फोर-व्हीलर के मुकाबले 2023 सितंबर में अब तक रजिस्ट्रेशन की संख्या 1000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। अधिकारियों की माने तो इन आंकड़ों में अभी और इजाफा होगा, क्योंकि इसमें मिलने वाली सब्सिडी लोगों को आकर्षित कर रही है।

प्रदूषण भी नहीं होता है

ऑटो एक्सपर्ट एसबी सिंह के मुताबिक, इलेक्ट्रिक व्हीकल से पॉल्यूशन नहीं होता है। ये काफी ईको फ्रेंडली होते हैं, जबकि पेट्रोल-डीजल से कार्बन डाईआक्साइड, नैनो डस्ट पार्टिकल संग कई घातक गैसों का उत्सर्जन हो रहा है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। इन गाड़ियों के विभिन्न मॉडलों के अनुसार चार्जिंग टाइम और कवरिंग डिस्टेंस अलग-अलग होता है। घर पर ईवी को फुल चार्ज होने में करीब 4-7 घंटे लगते हैं, जबकि डीसी करंट पर चार्ज करने पर 15 मिनट से 1 घंटे तक का वक्त लगता है, जिसके बाद गाड़ी 250 से 700 किमी तक चलती है। हालांकि, अधिकतर ईवी एक बार चार्ज होने पर 300-500 किमी के बीच चलती हैं। ईवी 100 रुपये के खर्च में करीब 100-120 किमी तक चल जाएगी। हालांकि, अगर बैटरी खराब हो जाये तो नई बैटरी काफी महंगी आती है। जहां टू-व्हीलर बैटरी की कीमत 50 हजार रुपये से शुरू होती है, तो फोर व्हीलर की बैटरी 5 लाख रुपये तक आएगी।

मिलती है 100 फीसदी छूट

सरकार द्वारा ई-वाहनों को प्रोत्साहन देने की नीति भी लोगों को काफी लुभा रही है, जिसकी वजह से ईवी की खरीदारी बढ़ रही है। एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी के मुताबिक, उप्र इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण एवं गतिशीलता नीति-2022 के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर वाहन स्वामियों को रजिस्ट्रेशन फीस ओर रोड टैक्स में छूट तो दी ही जा रही है। इसके अलावा प्रदेश में बनी ईवी पर रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स पर 100 फीसदी की छूट दी जा रही है। इसके अलावा टू-व्हीलर पर अधिकतम पांच हजार रुपये और फोर व्हीलर पर अधिकतम 1 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। राजधानी में सबसे महंगी फोर व्हीलर ईवी एमजी की है, जो करीब 25 लाख रुपये की है, जबकि सबसे ज्यादा बिकने वाली फोर व्हीलर ईवी टाटा की करीब 18 लाख रुपये वाली नेक्सॉन है। इसके अलावा कई दूसरी बड़ी कंपनियों की ईवी भी बिक रही हैं।

राजधानी में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के प्रति लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। इसपर खरीदारों को सब्सिडी भी दी जा रही है। साथ ही यह पर्यावरण अनुकूल भी है।

-अखिलेश द्विवेदी, एआरटीओ, प्रशासन