लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने जानकीपुरम, जानकीपुरम विस्तार, प्रियदर्शिनी, अलीगंज एवं कानपुर रोड योजना की आवासीय संपत्तियों के संबंध में बैठक की। इस दौरान वीसी ने कार्यों को बेवजह लंबित रखने पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों को कार्यशैली सुधारने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जन सामान्य द्वारा जिन अनुभागों की ज्यादा शिकायतें की जाएंगी, उनके विशेष कार्याधिकारी की वार्षिक गोपनीय प्रवृष्टि में बैड इंट्री अंकित की जाएगी।

अनुभागों की समीक्षा नहीं होती

बैठक में संज्ञान में लाया गया कि स्तर-1 एवं स्तर-2 के अधिकारियों द्वारा न ही कभी अपने अनुभागों की समीक्षा की जाती है और न ही निरीक्षण किया जाता है। जिसके कारण अनुभाग में कार्य लंबित रहता है और जन सामान्य को जनता अदालत व नागरिक सुविधा दिवस में आकर उच्चाधिकारियों से संपर्क करना पड़ता है। इस पर वीसी ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को नियमित रूप से अपने अनुभागों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। वीसी ने हिदायत दी कि किसी भी सूरत में पत्रावली गायब होने का हवाला देकर आवंटी का काम न रोका जाए। ऐसे सभी प्रकरणों में नियमानुसार डुप्लीकेट फाइल खोलकर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सभी विशेष कार्याधिकारी अपने अनुभागों की समीक्षा करके गायब पत्रावलियों की सूची तैयार कर लें तथा जिस स्तर पर पत्रावली गायब हुई, उसके विरुद्ध कार्यवाही की संस्तुति करें। इसी तरह सभी अधिकारी अपने अनुभागों की लंबित फाइलों की भी सूची बना लें, जिन्हें शनिवार को आयोजित होने वाले सिंगल टेबल क्लीयरेंस डे में प्रस्तुत करके निस्तारित कराया जाए। बैठक में अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, वित्त नियंत्रक दीपक सिंह, मुख्य अभियंता एके सिंह, विशेष कार्याधिकारी राजीव कुमार आदि मौजूद रहे।

फ्लैटों के आवंटन व रजिस्ट्री की प्रक्रिया का होगा सरलीकरण

वीसी ने पहले आओ-पहले पाओ योजना के अंतर्गत फ्लैटों के आवंटन व रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया का सरलीकरण कराने के निर्देश दिये। इसके लिए वीसी ने अपर सचिव, वित्त नियंत्रक, मुख्य अभियंता, मुख्य नगर नियोजक तथा विशेष कार्याधिकारी की एक समिति का गठन किया है। यह समिति पूरी प्रक्रिया का अध्ययन करके एक सप्ताह में अपने सुझाव प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा।

दो दिन में जारी होगा आवंटन पत्र

वीसी के संज्ञान में लाया गया कि पहले आओ-पहले पाओ योजना के अंतर्गत ऑनलाइन बुक होने वाले फ्लैटों के आवंटन की स्वीकृति साप्ताहिक रूप से प्राप्त की जाती है। जिसके बाद कंप्यूटर विभाग द्वारा आवंटन पत्र जारी करने की कार्रवाई की जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 15 दिन लग जाते हैं, जिससे आवंटियों में असंतोष की स्थिति उत्पन्न होती है। इस पर वीसी ने निर्देश दिये कि फ्लैटों के आवंटन की स्वीकृति प्रतिदिन प्राप्त की जाए तथा कंप्यूटर विभाग द्वारा दो दिन के अंदर आवंटन पत्र जारी किया जाए।