- 50 से ज्यादा लोग रोज गुजरते हैं रोज

- 1 हजार से अधिक दुकानें हैं रोड पर

- 50 हजार गाडि़यां रोज आती हैं यहां

- 60 फीट चौड़ी रोड है दोनों लेन पर

- 10 फीट ही रोड बचती है चलने के लिए

- आलमबाग मार्केट में तीन लेन की रोड, बीस फीट का फुटपाथ, फिर भी जाम

- फुटपाथ से लेकर एक लेन तक दुकानदार का कब्जा, दूसरे लेन पर होती है गाडि़यां पार्क

- एरिया में सरकारी व प्राइवेट पार्किग तक नहीं है

LUCKNOW : ट्रैफिक व्यवस्था के लिए रोड इंजीनियरिंग को जिम्मेदार बताने वाले लोग जान लें कि शहर की सड़क कम चौड़ी नहीं है बल्कि उनकी गैर जिम्मेदारी के चलते ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रविवार को आलमबाग का जायजा लिया। इस दौरान यहां दोनों तरफ 60 फीट चौड़ी रोड मिली जबकि रोड किनारे करीब 20 फीट का फुटपाथ भी है। 60 फीट रोड पर गाडि़यों के चलने के लिए तीन लेन बनाई गई है और पैदल चलने के लिए फुटपाथ अलग से है। वहीं हकीकत यह है कि तीन लेन की रोड पर गाडि़यां केवल एक लेन पर दौड़ सकती हैं क्योंकि दो लेन पर लोग गाड़ी पार्क करते हैं और फुटपाथ पर अवैध दुकानदारों का कब्जा रहता है।

फुटपाथ और व्हाइट लाइन तक अतिक्रमण

आलमबाग में दोनों तरफ 60 फीट की चौड़ी रोड है। रोड के दोनों तरफ 15 से 20 फीट तक का फुटपाथ भी दिया गया है। 60 फीट रोड पर गाडि़यों के चलने के लिए तीन लेन बनाई गई हैं जबकि फुटपाथ के किनारे व्हाइट लाइन बनाई गई है, जहां लोग अपनी गाडि़यां पार्क कर सकते हैं। वहीं हकीकत यह है कि फुटपाथ और व्हाइट लाइन तक दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। तीन लेन वाली रोड में दो लेन में मार्केट में आने वाले लोग अपनी गाडि़यां पार्क करते हैं, जिसके चलते लोगों को चलने के लिए एक लेन ही मिलती है।

रोड पर चल रही दुकानें व सर्विस सेंटर

फुटपाथ पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदार रोड पर सर्विस सेंटर और मैकेनिक की दुकान चला रहे हैं। मार्केट में आने वाले ग्राहक के लिए पार्किग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते लोग अपनी गाडि़यों को रोड पर ही पार्क देते हैं। ऐसे में लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल होता है। यहीं नहीं रोड पर सब्जी मंडी भी सजा दी गई है, जिससे बेवजह लोगों को जाम से जूझना पड़ता है।

(खाली रोड की फोटो के साथ इस बाक्स को लगाए)

ट्रैफिक स्मूथ दौड़ सकता है, चौड़ी है रोड

ऐसा नहीं है कि आलमबाग में रोड चौड़ी नहीं है। मवईया से लेकर अवध चौराहे तक दोनों तरफ 60 फीटा रोड है, जिसमें तीन लेन पर हजारों गाड़ी एक टाइम पर स्मूथ मूव कर सकती हैं। इसके बावजूद रूट पर हमेशा जाम से लोगों को रूबरू होना पड़ता है। आलम यह है कि लोग इस रूट पर चलने से बचने हैं और हजरतगंज से आने वाले लोग केकेसी से टर्न कर कैंट का रास्ता चुनते हैं जबकि कृष्णा से आने वाले लोग अवध चौराहे से जेल रोड और कैंट का रास्ता अपनाते हैं।

जाए तो जाए कहां

आलमबाग एरिया में एक मल्टीलेवल पार्किग की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसके अलावा सरकारी व कामर्शियल कॉम्प्लेक्स में फ्री पार्किग की व्यवस्था की जाए तो मार्केट में आने वाले लोगों को अपनी गाड़ी पार्क करने की जगह मिल सकती है। दूसरा फुटपाथ और व्हाइट लाइन तक फैले अतिक्रमण को खाली कराया जाए तो मार्केट में आने वाले लोग व्हाइट लाइन के अंदर भी अपनी गाड़ी पार्क कर सकते हैं, जिससे जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।

लोगों से बात-चीत

आलमबाग मार्केट बड़ी मार्केट है और यहां हर दिन हजारों लोग आते हैं। शाम के समय रोड पर जाम बहुत ज्यादा होता है और पैदल चलना तक मुश्किल होता है। लोग अपनी गाडि़यां रोड पर ही पार्क कर देते हैं। उनकी भी अपनी मजबूरी है क्योंकि यहां पर पार्किग की कोई सुविधा नहीं हैं। मेट्रो स्टेशन पर भी पार्किग सुविधा मिल जाए तो प्रॉब्लम सॉल्व हो सकती है।

-अभिलेश

आलमबाग मार्केट काफी बड़ी है और वहां रोड भी चौड़ी है, लेकिन दुकानदारों ने इस कदर अतिक्रमण किया है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। यहां ट्रैफिक डिपार्टमेंट का अभियान नहीं चलता है। यहां तक कि पुलिस चौकी के आस-पास भी अतिक्रमण फैला है और स्थानीय पुलिस भी चुप्पी साधे बैठे रहते हैं। ट्रैफिक पुलिस, सिविल पुलिस और नगर निगम को संयुक्त अभियान चलाने की जरूरत है। तभीलोगों को जाम से निजात मिल सकेगा।

-एश्वर्य सिंह

रोड पर पार्किग करने से पहले हमें सोचना चाहिए कि अपनी गलती के चलते कितने लोग परेशान हो सकते हैं। इसके अलावा जिम्मेदार डिपार्टमेंट को भी सॉल्यूशन देना होगा ताकि लोग मार्केट के नजदीक पार्किग मिल सके और लोग अपनी गाडि़यां वहां पार्क कर सकें। आलमबाग मार्केट में पार्किग की कोई सुविधा नहीं है। कई बड़े शोरूम और दुकानें हैं, लेकिन पार्किग को लेकर किसी का ध्यान नहीं गया।

-जगदीश

रोड चौड़ी होने के बाद भी अगर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है तो यह सिस्टम की लापरवाही है। इसके लिए पब्लिक भी कही न कही जिम्मेदार है। हर किसी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी तभी इस समस्या से निजात मिल सकेगा। स्मूथ ट्रैफिक हर कोई चाहता है लेकिन इसके लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का ध्यान नहीं रखता है।

-मौसमी

कोट-

ट्रैफिक जाम की शिकायत पर हर दिन ड्राइव चलाया जा रहा है। नो पार्किग में या गलत तरीके से पार्किग को लेकर हर दिन चालान की कार्रवाई की जा रही है। रोड पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ जिम्मेदार डिपार्टमेंट को लेटर भी लिखा गया है। अगर रोड से अतिक्रमण साफ हो जाए तो ट्रैफिक के लिए काफी चौड़ी रोड मिल सकती है और ट्रैफिक स्मूथ रन कर सकता है। जाम की प्रॉब्लम भी सॉल्व हो जाएगी।

डॉ। ख्याति गर्ग, डीसीपी ट्रैफिक