- सीएचसी से कोरोना रोगी लेवल टू अस्पतालों में होंगे शिफ्ट

- जिला अस्पतालों में सर्जिकल ओपीडी चलेगी, होंगे आपरेशन

LUCKNOW:

कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ ही अब नान कोविड केयर पर पूरा जोर दिया जाएगा। प्रदेश भर के अस्पतालों में शुक्रवार से ओपीडी व आइपीडी सेवाएं कोरोना प्रोटोकाल के साथ शुरू होंगी। यानी मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ भर्ती होने की सुविधा मिलेगी। अप्रैल से सरकारी अस्पतालों में ओपीडी व आइपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद चल रही थी। अब सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर ओपीडी सेवा शुरू होगी। यदि किसी सीएचसी पर कोरोना रोगी भर्ती है तो उसे जिले के लेवल टू के अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा और सैनिटाइजेशन करने के बाद ओपीडी शुरू होगी।

उधर जिला अस्पतालों में अभी सर्जिकल ओपीडी ही शुरू होगी और मरीजों का आपरेशन किया जाएगा। आपरेशन से पूर्व रोगियों का कोरोना जांच कराई जाएगी। वहीं ब्लैक फंगस के रोगियों के मिलने के कारण अस्पतालों में अभी तक ईएनटी व आंख के उपचार के लिए दो घंटे ओपीडी चलाई जा रही थी, अब यह अस्पताल खुलने के पूरे समय चलेगी। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार सभी जिला अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर सेंटर भी चलाए जाएंगे। पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार यहां फिजिशियन, फिजियोथेरेपिस्ट व मानसिक रोग विशेषज्ञ की टीम काम करेगी। यही नहीं सभी सरकारी अस्पतालों में सात जून तक रंगाई-पुताई का कार्य पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। कोई भी अस्पताल बिना चिकित्साक व पैरामेडिकल स्टाफ के न हो।

अस्पतालों में फीवर क्लीनिक व फ्लू कार्नर बनेंगे

सभी पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल, मंडलीय अस्पताल व विशेष प्रयोजन के लिए बनाए गए अस्पतालों में फीवर क्लीनिक व फ्लू कार्नर बनाए जाएंगे। कोरोना के लक्षण युक्त रोगियों का यहीं पर परीक्षण कराया जाएगा। ताकि वह अन्य रोगियों से अलग रहें। यहां पर लक्षण युक्त रोगियों का कोरोना टेस्ट ट्रूनैट व एंटीजन के माध्यम से कराया जाएगा।

मेडिकल कालेजों में ओपीडी सेवा का इंतजार

अभी मेडिकल कालेजों में ओपीडी सेवाएं शुरू करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। क्योंकि ज्यादातर मेडिकल कालेजों में कोरोना के गंभीर रोगियों और ब्लैक फंगस के रोगियों का इलाज चल रहा है।