लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई में सोमवार को ओटी-1 कॉम्प्लेक्स में हुए अग्निकांड का असर अब मरीजों के इलाज पर देखने को मिल रहा है। ओटी बंद होने से मरीजों की होने वाली सर्जरी को टाल दिया गया है। जिसके कारण करीब एक दर्जन मरीजों को डिस्चार्ज कर घर भेजा जा रहा है। इनमें करीब 10 लोगों की सर्जरी मंगलवार एवं बुधवार को होने वाली थी। संस्थान प्रशासन के मुताबिक, 2-3 दिन में ओटी शुरू कर दी जायेगी।

कई सर्जरी टालनी पड़ीं

सोमवार को पीजीआई की इंडोक्राइन सर्जरी ओटी में आग लग गई थी, जहां दो मरीजों का ऑपरेशन चल रहा था। इस हादसे में तीन मरीजों की जान चली गई थी। हालांकि, संस्थान प्रशासन दो मौतों की बात कह रहा है। ओटी को भारी नुकसान होने की वजह से दोनों विभाग के डॉक्टरों ने करीब एक दर्जन मरीजों के ऑपरेशन टाल दिये हैं। मंगलवार को जी ब्लॉक स्थित इंडो सर्जरी और सीवीटीएस में भर्ती करीब दो दर्जन मरीजों की छुट्टी कर घर भेज दिया गया। वहीं, तीमारदारों को फोन करके अगली डेट पर बुलाने की बात बताई जा रही है। कई मरीज अपनी सर्जरी टलने पर परेशान नजर आये क्योंकि सर्जरी के लिए उन्होंने पैसा आदि सब जमा कर रखा है। हालांकि, स्टाफ उनको कोई दिक्कत न होने देने की बात बता कर धीरज बंधा रहा था।

ओटी में मरम्मत का काम शुरू

ओटी कॉम्प्लेक्स की आग की चपेट में आये ऑपरेशन थियेटर में मंगलवार सुबह से ही मरम्मत का काम शुरू हो गया। आग से जले उपकरण, तार आदि अन्य गंदगी की साफ -सफाई शुरू हो गई। वहीं, धुएं के कारण फर्श और दीवारें पूरी तरह से काली पड़ गई थीं। अफरा तफरी और भगदड़ में बिखरे सामान को सुरक्षित स्थान पर रखा गया। जिम्मेदारों ने ओटी और आईसीयू में जाकर उपकरणों की पड़ताल की। साथ ही आग से खराब हुए सामान की सूची भी बनायी गई।

जल्द शुरू हो जाएगी ओटी

निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि 7 ओटी अगले 2-3 दिन में दोबारा शुरू हो जाएंगी। वहीं, बाकि 6 को ठीक होने में 5-6 दिन लग जाएंगे। हमारी टीम ओटी को ठीक करने में लगी हुई है। किसी भी मरीज को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

सर्जरी को टाल दिया गया

सुल्तानपुर निवासी विशाल तिवारी ने बताया कि उनकी मदर राजकुमारी की सर्जरी होनी थी। पर आग लगने की घटना के कारण सर्जरी की डेट को आगे बढ़ा दिया गया है। लखीमपुर निवासी असरा फातिमा के दिल में छेद है। उसकी सर्जरी की डेट भी आगे बढ़ाते हुए उनको डिस्चार्ज कर आगे दोबारा आने को कहा गया है।

ओटी में आग लगने की वजह से सर्जरी को रिशेड्यूल किया गया है। किसी मरीज को वापस नहीं किया जा रहा है।

-प्रो। आरके धीमन, निदेशक, संजय गांधी पीजीआई