- राजधानी में इस बार लोग परिवार संग ही मनाएंगे ईद

LUCKNOW: ईद पर लाजवाब पकवान खाना, दोस्तों और रिश्तेदारों के घर आना-जाना होता था। पूरे दिन घर पर मेहमानों की भीड़ लगी रहती थी। इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा। ईद बेहद सादगी से मनाई जाएगी। कोरोना काल में लोग परेशान हैं। लॉकडाउन के कारण गरीब परेशान हैं। ऐसे में लखनवाइट्स ने इस बार ईद पर उनकी मदद करने का बीड़ा उठाया है। पेश है अनुज टंडन की रिपोर्ट

नहीं होगी ईद की पार्टी

पहले जहां ईद के दिन हमारे यहां रात तक दोस्तों व रिश्तेदारों के आने का सिलसिला चलता रहता था और पार्टी का आयोजन होता था लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से कोई पार्टी नहीं होगी। हम परिवार के साथ इस बार ईद मनाएंगे। ईद स्पेशल सेवई व अन्य आइटम तो रहेंगे ही लेकिन क्वाटिंटी बेहद कम रहेगी। अब मार्केट बंद है। ऐसे में बीते साल के जो कपड़े नहीं पहने गए उनको ही पहनकर ईद मनाई जायेगी। समर्थ लोगों को इस ईद पर गरीबों की भी खुशियों का ध्यान रखना चाहिए।

हुदा उबैद

सादगी से मनेगी ईद

लॉकडाउन की वजह से मार्केट बंद हैं इसीलिए इस बार हम सादगी से ईद मनाएंगे। पहले जहां ईद को लेकर कई दिनों से पकवान बनाने की तैयारी होती थी वो इस बार नहीं है। ईद के बजट के जो पैसे बच रहे है उनको हम गरीबों को देंगे। नमाज भी घर पर ही रहकर होगी। लोगों से अपील है कि जितना हो सके गरीबों की मदद करें। इस बीमारी से अपनों की हिफाजत करें ईद की पार्टी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ आगे भी कर सकते हैं।

हिना बेग

दूसरों की मदद करना जरूरी

हर साल ईद पर धूमधाम के साथ पार्टी करते थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। लॉकडाउन हम लोगों की भलाई के लिए लगाया गया है। हम घर पर ही ईद मनाएंगे। हम जो पैसा पार्टी करने में खर्च करते थे उससे गरीबों की मदद करने का काम कर रहे हैं। माहौल ठीक हो जाएगा तो पार्टी आगे भी कर लेंगे। इस बार गरीब परेशान हैं ऐसे में हम लोगों को उनकी मदद के लिए आगे आना होगा। ईद पर लोगों को गले लगाने से बचें।

फिरोज हुसैन जैदी

फोन पर ही ईद की बधाई

हर बार ईद उल फित्र में नमाज पढ़ते, घर पर शीर बनती, ईदी मिलती व नये कपड़े पहनते थे। घर पर सुबह से बधाई देने और सेवई खाने वालों का दौर चलता रहता था। इस बार यह नहीं होगा। ईद सादगी से मनाई जायेगी। हम जितना हो सकेगा, गरीबों की मदद करेंगे। बाकी लोग भी ईदी या नये कपड़े खरीदने पर जो पैसे खर्च करते थे वो पैसे गरीबों को देकर उनकी मदद करें। ईद पर कहीं आएं-जाएं नहीं। फोन पर ही लोगों को ईद की बधाई दें।

शाहिद अली