कल से हड़ताल पर पीसीएस अफसर
-एसोसिएशन की आपात बैठक में लिया गया फैसला
-200 से अधिक अफसर मीटिंग में शामिल
=1100 से अधिक पीसीएस अफसर हैं प्रदेशभर में
-वकीलों द्वारा मारपीट से नाराज होकर लिया बड़ा फैसला
तीन प्रमुख मांग
-लखनऊ एसएसपी मंजिल सैनी सस्पेंड हो
-आरोपी वकील गिरफ्तारी किए जाएं
-बरेली में सस्पेंड एसडीएम अर्चना द्विवेदी की बहाली
LUCKNOW : पीसीएस अधिकारियों की पिटाई के बाद एसोसिएशन ने सख्त रुख अपनाते हुए दोषी वकीलों की गिरफ्तारी और एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मांगे न माने जाने की स्थिति में सोमवार से प्रदेश भर के पीसीएस अफसर हड़ताल पर रहेंगे। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में वकीलों द्वारा पीसीएस अफसरों के साथ मारपीट की घटना और अफसरों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज होने के विरोध में शनिवार को पीसीएस एसोसिएशन ने आपात बैठक बुलायी थी। गोमतीनगर स्थित एक निजी रेस्टोरेंट के बैंक्वेट हाल में मीटिंग में 200 से अधिक पीसीएस अफसरों ने हिस्सा लिया। इसमें मुख्य रूप से तीन मांगें सरकार के सामने रखी गयीं और मांगे पूरी ना होने पर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया।
एसएसपी को करो सस्पेंड नहीं तो बेमियादी हड़ताल
एसोसिएशन के महासचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि सरकार के सामने डिमांड रखी गयी है कि दोषी वकील अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, एसएसपी लखनऊ मंजिल सैनी को सस्पेंड किया जाए और बरेली से सस्पेंड की गयीं एसडीएम अर्चना द्विवेदी को तत्काल बहाल किया जाए। अगर यह तीनों मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो 19 तारीख से प्रदेश भर के पीसीएस अफसर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि मीटिंग में पीसीएस अफसरों के साथ पूर्व में हुई मारपीट का भी मुद्दा उठा। लेकिन फोकस शुक्रवार की घटना पर ही रखा गया। मीटिंग में एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश प्रताप सिहं के अलावा राजेश पांडेय, घनश्याम शुक्ला समेत सभी पदाधिकारी और विभिन्न संघ शामिल थे।