लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में नए साल के जश्न के दौरान कई लोगों ने नियमों को ताक पर रख जमकर शराब पी और सड़कों पर हुड़दंग मचाया। जिसके चलते लोगों को अस्पताल की इमरजेंसी के चक्कर लगाने पड़े। अलग-अलग अस्पतालों में सौ के करीब घायल इलाज के लिए पहुंचे। इसमें अधिकतर शराब पीकर गाड़ी चलाने के दौरान हादसों का शिकार बने। इसमें कई की हालत गंभीर भी बनी हुई है।

देर रात तक किया हुड़दंग

नए साल के जश्न के दौरान कई लोगों ने शराब पीकर देर रात तक सड़कों पर हंगामा काटा। जिसके चलते अलग-अलग इलाकों में सड़क हादसों में घायल लोगों को विभिन्न अस्पतालों की इमरजेंसी या ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया। जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार घायलों में 50 से अधिक लोगों ने शराब पी रखी थी। करीब दो दर्जन से अधिक लोग फ्रैक्चर का शिकार हुए हैं और आधा दर्जन के करीब लोगों को सिर पर चोट आई है। वहीं 30 के करीब लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पतालों से घर भेज दिया गया।

ट्रामा में 65 घायल भर्ती हुए

सर्वाधिक घायल केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचे। शनिवार देर रात तक करीब 65 घायल यहां इलाज के लिए लाए गए। घायलों की स्क्रीनिंग में 15 नशे के हालात में गाड़ी चला रहे थे। ट्रॉमा सेंटर सीएमएस डॉ। संदीप तिवारी के मुताबिक तीन को हेड इंजरी के कारण हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, लोहिया संस्थान में भी 10 से अधिक घायल पहुंचे। लोहिया संस्थान के एमएस डॉ। विक्रम सिंह ने बताया कि घायलों का इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। हालांकि, आधा दर्जन को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया है।

केजीएमयू करना पड़ा रेफर

सिविल अस्पताल में छह घायल पहुंचे। इनमें एक घायल के सिर में ज्यादा चोट होने पर केजीएमयू रेफर किया। वहीं, लोकबंधु अस्पताल में शनिवार देर रात करीब दो बजे तक 12 घायल पहुंचे। इनमें अधिकतर शराब के नशे में थे। एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि घायलों को इमरजेंसी में भर्ती कर उपचार किया गया। 10 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि, दो घायलों के हाथ व पैर में फ्रैक्चर व अन्य चोटें थी। जबकि, बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में शनिवार की रात पांच घायलों भर्ती कराया गया। इनके सिर, हाथ, पैर आदि की चोटे आये थी।