16 जनवरी को होगा एकेटीयू का 18वां दीक्षांत

16 फरवरी से शुरू होंगे ऑड सेमेस्टर के एग्जाम

55 हजार से अधिक स्टूडेंट्स को दी जाएगी डिग्री

- यूनिवर्सिटी में शनिवार को परीक्षा समिति की बैठक में मिली मंजूरी

LUCKNOW: एकेटीयू का दीक्षांत समारोह 16 जनवरी को होना है। दीक्षांत में अभी तक सिर्फ यूजी के स्टूडेंट्स को ही मेडल दिए जाते रहे हैं। वहीं अगले साल से पीजी के स्टूडेंट्स को भी दीक्षांत में मेडल दिए जाएंगे। वहीं यूनिवर्सिटी में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि 16 फरवरी से ऑड सेमेस्टर के एग्जाम कराए जाएंगे।

दूसरी यूनिवर्सिटीज से लेंगे सीख

यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया कि पीजी के कई कोर्स में कम स्टूडेंट्स होने के कारण लगभग सभी के समान अंक आते थे, जिससे टॉपर चुनना असंभव होता था। ऐसे में यूनिवर्सिटी दूसरी यूनिवर्सिटीज में मेडल देने की प्रक्रिया को देखेगी और फिर तय करेगी कि किस आधार पर मेडल दिए जाने हैं। अगले साल से पीजी के स्टूडेंट्स को भी दीक्षांत के दौरान मेडल दिए जाएंगे।

होगा चुनौती मूल्यांकन

परीक्षा समिति की बैठक में राजभवन के चुनौती मुल्यांकन के आदेश को मंजूरी दे दी गई है। इसमें स्टूडेंट्स पहले की तरह आरटीआई के अंतर्गत 300 रुपए देकर कॉपी देख सकते हैं। अगर वे नंबरों से संतुष्ट नहीं हैं तो वे चुनौती मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकेंगे। वीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाएगी जो इवैलुएशन करेगी।

16 फरवरी से ऑड सेमेस्टर एग्जाम

बैठक में निर्णय लिया गया है कि 16 फरवरी से 26 मार्च के बीच ऑड सेमेस्टर पहले, तीसरे, पांचवे, सातवें व नौवें के एग्जाम पुराने प्रारूप में ही कराए जाएंगे। एग्जाम प्रोग्राम जल्द जारी किया जाएगा और सेंटर्स को सेनेटाइजेशन के लिए 5 रुपए प्रति स्टूडेंट के हिसाब से खर्च दिया जाएगा।

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श्रीमती कमल रानी वरुण स्मृति मेडल

16 जनवरी को होने वाले 18वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल 65 मेधावियों को मेडल और करीब 55,271 स्टूडेंट्स को उपाधि देंगी। करीब 75 पीएचडी स्टूडेंट्स को भी उपाधि दी जाएगी। इस वर्ष से दीक्षांत में सभी विधाओं में सर्वाधिक अंक पाने वाली अनुसूचित जाति की छात्रा को श्रीमती कमल रानी वरुण स्मृति मेडल से सम्मानित किया जाएगा। यह मेडल इस वर्ष ऋ तु वर्मा को दिया जाएगा।

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समारोह में शामिल होने वाली हस्तियां

दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन के प्रमुख पद्मश्री एवं पद्मभूषण अनिल प्रकाश जोशी मौजूद रहेंगे। इन्हें डीएससी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया जाएगा। वहीं समारोह में ऑनलाइन इसरो के चेयरमैन डॉ। कैलासवटिवु शिवन जुड़ेंगे। कोरोना को देखते हुए समारोह ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा।