लखनऊ (ब्यूरो)। अल्लाह हुम्मा लब्बैक, इन्नल हम्दा, वल नियामताजैसी सदायें हज हाउस में गूंजती रहीं। वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के चलते तीन साल बाद सोमवार को हज यात्रियों का पहला काफिला सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना के लिए रवाना हुआ। हज यात्रियों की पहली उड़ान सुबह करीब आठ बजे अमौसी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से रवाना हुई। सरोजनीनगर स्थित मौलाना अली मियां मेमोरियल हज हाउस में मंत्री दानिश आजाद, हज समिति के चेयरमैन मोहसिन रजा समेत अन्य सदस्यों ने झंडी दिखा कर बस को रवाना किया।

सबसे ज्यादा यात्री लखनऊ के

पहली उड़ान से 282 जायरीन रवाना हुए। सुबह 11 बजे दूसरी फ्लाइट से करीब 79 जायरीन रवाना हुए। पहली उड़ान के लिए 282 हज यात्रियों में 148 पुरुष और 134 महिलाएं शामिल हैं। उड़ान में सर्वाधिक 250 हज यात्री लखनऊ के हैं। इसके अलावा, सऊदी एयरलाइंस की एक उड़ान से 79 हज यात्री सुबह 11 बजे मदीना के लिए रवाना होंगे। इनमें 47 पुरुष और 32 महिलाएं शामिल हैं।

इंतजामों को लेेकर थी नाखुशी

इस दौरान कुछ जायरीनों ने हज हाउस के इंतजाम से नाखुशी भी जाहिर की। उन्होंने बताया कि कुछ कर्मचारी ठीक से जानकारी नहीं दे रहे हैं, जिनकी वजह से परेशानी हुई। वहीं, कुछ यात्रियों ने बताया कि इतनी बड़ी यात्रा में थोड़ी बहुत अव्यवस्था हो ही जाती है। हज पर जाने की खुशी के आगे ये बहुत छोटी-छोटी बातें हैं। हज सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि हज हाउस में सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इस मौके पर मंत्री दानिश ने हज यात्रा की मुबारकबाद दी। उन्होंने अपील की है कि इबादत के दौरान लोग देश की तरक्की, अमन और खुशहाली बनाए रखने की दुआ करें। उन्होंने हज समिति को हज यात्रियों को पूरी सुविधाएं देने की हिदायत भी दी।