लखनऊ (ब्यूरो)। ट्रैफिक पुलिस ने हाल ही में दोपहिया वाहनों के पीछे बैठने वालों (पिलियन राइडर) के लिए हेलमेट लगाने के नियम पर सख्ती की थी, लेकिन यह सख्ती सिर्फ कागजों पर ही दिख रही है। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े यह कहानी बयां कर रहे हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी में बिना हेलमेट के दोपहिया वाहनों के पीछे बैठने वालों का एक भी चालान मैनुअली नहीं किया जा रहा है, जबकि पिछले दिनों इसे लेकर सख्त आदेश भी जारी किया गया था, ऐसे में मैनुअली चालान न कटने पर ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर कितनी चुस्त है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है। ऐसे में ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे दोपहिया वाहन चालक मानो यही कह रहे हैं कि रोड के हम सिकंदर, क्योंकि हमें चालान कटने का कोई गम नहीं।
सिर्फ ऑनलाइन चालान हो रहे चालान
यातायात निदेशालय की तरफ से अगस्त वर्ष 2016 में दोपहिया वाहनों पर चालक के साथ-साथ पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट पहनना जरूरी कर दिया गया था, इसके बाद कई बार आदेश जारी कर इस नियम को सख्ती से लागू कराने का आदेश भी जारी किया गया। इसे लेकर पिछले महीने भी एक नोटिफिकेशन जारी हुआ। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि आदेश जारी होने के बाद से इसे लेकर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के जरिए चालान काटे जा रहे हैं, बावजूद इसके दोपहिया वाहन चालक इसे लेकर बाज नहीं आ रहे हैं और ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
कैंट में सख्ती से पालन
हैरानी की बात है कि आदेश जारी हुए लगभग सात साल हो चुके हैं, लेकिन एक भी मैनुअल चालान नहीं काटा गया है, जबकि कैंट एरिया में इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाता है। यहां पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने में लोगों को भी डर बना रहता है, लेकिन यही चालक जब शहर की सड़कों पर आते हैं, तो ट्रैफिक नियमों का पालन करना भूल जाते हैं। सिर्फ आउटर एरिया में ही नहीं, बल्कि वीआईपी एरियाज का भी यही हाल है, ज्यादातर लोग दोपहिया वाहनों पर पीछे बिना हेलमेट लगाए बैठे नजर आते हैं।
इसलिए नहीं किए जा रहे चालान
ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से लेकर अबतक लगभग 2.50 लाख वाहनों के चालान कट चुके हैं। इनमें 38,634 चालान बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों के हैं, लेकिन इन चलानों में ज्यादातर दोपहिया चालकों के हेलमेट न लगाने के हैं। वहीं, ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अभी लोगों में अवेयरनेस की कमी के चलते मैनुअली चालान नहीं किया जा रहा है। सड़कों पर अवेयरनेस के बाद जल्द ही इसे भी शुरू कर दिया जाएगा।
एक नजर में जानिए
-सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर ज्यादा होने पर जारी हुआ था आदेश
-सिर्फ ऑनलाइन ही कट रहे चालान, मैनुअल नहीं हुए चालान
-अवेयर करने के बाद सड़कों पर काटा जाएगा चालान
-सबसे ज्यादा ट्रैफिक वायलेशन में दूसरे नंबर पर है बिना हेलमेट वाहन चलाना
-बिना हेलमेट वालों के हर महीने कटते हैं औसतन छह हजार चालान
फैक्ट फाइल
-2016 में आया था आदेश
-38,634 हो चुके हैं चालान
-06 हजार कटते हैं हर महीने चालान
यह भी जान लीजिए
विदआउट आरसी 2152
मोबाइल पर बात करना 315
नंबर प्लेट में गड़बड़ी 9599
रांग साइड चलना 15554
नो एंट्री में जाना 2293
सीट बेल्ट न लगाना 7377
ट्रिपलिंग करना 2538
(नोट-आंकड़े जनवरी से 21 मई तक)
बाइक के पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट जरूरी किया गया है, इसका ऑनलाइन चालान भी किया जा रहा है। जल्द ही इसे मैनुअली भी शुरू किया जाएगा, पर पहले लोगों को अवेयर किया जाएगा, ताकि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन न हो। साथ ही लोगों से अपील है कि दोपहिया वाहन पर चलते समय दोनों लोग हेलमेट का यूज जरूर करें।
-अजय कुमार, एडीसीपी ट्रैफिक पुलिस लखनऊ